नीतीश कुमार के इस दांव से बीजेपी की 14 सीटें खतरे में
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पटना। बिहार में भले ही जदयू और बीजेपी मिलकर गठबंधन सरकार चला रहे हैं लेकिन झारखंड में जदयू ने नया दांव चला है। झारखंड में 81विधानसभा और 14 लोकसभा सीटें हैं। इन सीटों पर नीतीश कुमार की पार्टी जदयू बीजेपी के खिलाफ अपने उम्मीदवार खड़े करेगी।
नीतीश सरकार में मंत्री और झारखंड के कोर्डिनेटर कृष्ण कुमार ने कहा कि हमारा गठबंधन सिर्फ बिहार में हैं। बिहार के बाहर हम अन्य राज्यों में बीजेपी के साथ मिलकर चुनाव लड़ने को बाध्य नहीं हैं।
उन्होंने कहा कि जनता दल यूनाइटेड झारखंड में विधानसभा और लोकसभा चुनावो में सभी सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े करेगी। 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने झारखण्ड की 14 सीटों में से 12 सीटें जीती थीं और उसे 40.10% वोट मिले थे।
यदि जनता दल यूनाइटेड झारखण्ड में बीजेपी के खिलाफ अपने उम्मीदवार मैदान में उतारता है तो इसका बड़ा घाटा बीजेपी को भी होगा। 2019 के लोकसभा चुनाव में 300 से अधिक सीटें जीतने का दावा भर रही बीजेपी के लिए ये सांस फुला देने वाली खबर है।
इससे पहले जनता दल यूनाइटेड बिहार में लोकसभा की 25 सीटों पर अपना दावा जता कर बीजेपी के लिए मुश्किलें पैदा कर चूका है। जदयू नेताओं के बढ़ते दबाव के बाद एनडीए में टूट का खतरा बढ़ता जा रहा है। जदयू की तरफ से पहले ही अल्टीमेटम दिया जा चूका है कि यदि बीजेपी जदयू की मांग के अनुसार उसे बिहार में 25 सीटें नहीं दी गयीं तो वह अन्य विकल्पों पर भी विचार करने को स्वतंत्र है।
देखना है कि आने वाले समय में नीतीश और बीजेपी की जोड़ी बरकरार रहती है अथवा नहीं। जानकारों की राय में यदि बिहार में एनडीए टूटा तो बीजेपी और जनता दल यूनाइटेड दोनों को ही बड़ा नुकसान हो सकता है और इसका सीधा सीधा फायदा महागठबंधन हो होगा।