नागरिकता संशोधन विधेयक के खिलाफ सुप्रीमकोर्ट पहुंचे कांग्रेस नेता
नई दिल्ली। नागरिकता संशोधन विधेयक के खिलाफ कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने सुप्रीमकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। शुक्रवार को जयराम रमेश ने नागरिकता संशोधन विधेयक की वैधता को चुनौती देते हुए सुप्रीमकोर्ट में याचिका दायर की।
वहीँ जयराम रमेश से पहले णमूल कांग्रेस, पीस पार्टी और इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग भी नागरिकता संशोधन विधेयक के खिलाफ सुप्रीमकोर्ट में याचिका दायर कर चुके हैं। माना जा रहा है कि अभी कुछ और विपक्षी दल और सामाजिक संगठन इस विधेयक के खिलाफ कोर्ट का रुख कर सकते हैं।
पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम ने राज्य सभा में चर्चा के दौरान संकेत दिए थे कि नागरिकता संशोधन विधेयक के खिलाफ कांग्रेस सुप्रीमकोर्ट जा सकती है। गौरतलब है कि बुधवार को नागरिकता संशोधन विधेयक राज्य सभा में पास होने के बाद इसे राष्ट्रपति की मंजूरी के लिए भेजा गया था जिस पर गुरुवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अपनी मुहर लगा दी है।
कांग्रेस, जेडीएस, एनसीपी, समाजवादी पार्टी, तृणमूल कांग्रेस, वामपंथी दलों, एआईएमआईएम के अलावा डीएमके, टीडीपी, टीआरएस, एआईयूडीएफ और मुस्लिम लीग ने इस विधेयक का लोकसभा और राज्य सभा में विरोध किया था।
जहाँ एक तरफ सरकार इस विधेयक को ऐतिहासिक बता रही है, वहीँ विपक्ष इस विधेयक को संविधान की मूल भावनाओं के खिलाफ बता रहा है। विपक्ष का कहना है कि सरकार इस विधेयक की आड़ में देश के अल्पसंख्यको के खिलाफ साजिश रच रही है।
वहीँ नागरिकता संशोधन विधेयक को लेकर पूर्वोत्तर राज्यों असम और त्रिपुरा में हिंसक प्रदर्शन जारी है। हिंसक प्रदर्शनों को देखते हुए गुवाहटी सहित असम के कई शहरो में कर्फ्यू लागु किया गया है। इतना ही नहीं कई जगह सेना के फ्लेग मार्च करने की भी ख़बरें हैं।
हिंसक प्रदर्शनों पर नियंत्रण के लिए पूर्वोत्तर के कई शहरों में इंटरनेट सेवाएं बंद हैं। मेघालय में भी स्थिति नियंत्रण से बाहर होती देख प्रशासन ने वहां भी मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी हैं। गुवाहाटी, डिब्रूगढ़ सहित कई शहरों में पहले से ही इंटरनेट सेवाएं बंद हैं।