नागरिकता कानून और एनआरसी पर शरद पवार देंगे ममता का साथ
नई दिल्ली। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के अध्यक्ष शरद पवार ने सीएए और एनआरसी के खिलाफ पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का साथ देने की हामी भर दी है।
ममता बनर्जी के पत्र का जबाव देते हुए शरद पवार ने लिखा कि नागरिकता कानून और एनआरसी के खिलाफ संविधान बचाने की लड़ाई में वे ममता बनर्जी के साथ हैं।
पवार ने लिखा कि केंद्र सरकार संविधान के साथ खिलवाड़ कर रही है। मुझे खुशी है कि मैं उस प्लान का हिस्सा हूं जो संविधान को बचाने की लड़ाई लड़ रहा है। हम सब तैयार हैं।
एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार ने कहा कि नागरिकता कानून के खिलाफ देशभर में विरोध हो रहा है। ये संविधान बचाने की लड़ाई है, और इस लड़ाई में वे साथ खड़े हैं।
पवार ने कहा कि केंद्र सरकार संविधान के साथ खिलवाड़ करने पर आमादा है, ऐसे में सभी दलों को चाहिए कि वे एकजुट होकर केंद्र सरकार के मंसूबो खिलाफ सड़क पर उतर कर लड़ाई लड़ें।
गौरतलब है कि नागरिकता कानून और एनआरसी के खिलाफ लड़ाई लड़ रहीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हाल ही में एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार को पत्र लिखकर कहा था कि संविधान बचाने की इस लड़ाई में वे उनका (शरद पवार) का साथ चाहती हैं।
वहीँ दूसरी तरफ कल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नागरिकता कानून के समर्थन में ट्विटर पर कैंपेन शुरू किया था। पीएम मोदी के ट्वीट के बाद माना जा रहा है कि सरकार इस मामले में कदम वापस खींचने को तैयार नहीं है।
वहीँ नागरिकता कानून के खिलाफ देश के कई हिस्सों में अभी भी प्रदर्शन जारी है। असम की राजधानी गुवाहाटी में कल नागरिकता कानून के खिलाफ निकले गए मशाल जुलुस में हज़ारो की तादाद में लोग शामिल हुए। वहीँ दिल्ली के जामिया मिल्लिया यूनिवर्सिटी और उत्तर प्रदेश की अलीगढ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में छात्रों का शांतिपूर्व प्रदर्शन जारी है।