नसीमुद्दीन सिद्दीकी के बाद कई और कद्दावर नेता थाम सकते हैं कांग्रेस का हाथ
नई दिल्ली। बसपा के पूर्व कद्दावर नेता, पूर्व मंत्री और एमएलसी नसीमुद्दीन सिद्दीकी कई पूर्व मंत्रियों,पूर्व सांसदों और विधायकों और बसपा नेताओं के साथ विधिवत कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। नसीमुद्दीन सिद्दीकी के साथ उत्तर प्रदेश के 101 बड़े चेहरे कांग्रेस में शामिल हो गए।
इस अवसर पर उत्तर प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी गुलामनबी आज़ाद ने इशारा दिया कि यह सिलसिला अभी जारी रहेगा। उन्होंने कांग्रेस में शामिल होने वाले नेताओं का स्वागत करते हुए कहा कि आने वाले समय में कांग्रेस और मज़बूत होकर उभरेगी।
नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने जिस तादाद के साथ गुरूवार को कांग्रेस पार्टी ज्वाइन की इसका अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है कि प्रेस कॉन्फ्रेंस में बैठने के लिए दो कतरो में कुर्सियां लगानी पड़ीं। इसके बावजूद हॉल छोटा पड़ गया और कई कद्दावर नेताओं को हाल के बाहर इंतज़ार करना पड़ा।
इस अवसर पर नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने शायराना अंदाज में कहा कि दिल तोड़ना कठिन है मगर तोड़ना पड़ा, किश्ती को साहिलों की तरफ मोड़ना ही पड़ा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस उनके बाप-दादा की पार्टी रही है। हम भटक गए थे, नहीं भटके होते तो देश के ऐसे हालात न होते। धीरे-धीरे अन्य भटके लोग भी राहुल गांधी का नेतृत्व स्वीकार करेंगे। इस दौरान नसीमुद्दीन ने कहा कि 34 साल जहां रहा उसे दिल और दिमाग से हटाने में 34 मिनट तो लगेंगे ही।
कांग्रेस में शामिल होने वाले पूर्व मंत्रियों में ओपी सिंह, रघुनाथ प्रसाद शंखवार, लियाकत अली, पूर्व एमएलसी में अनिल अवाना और हुस्ना सिद्दीकी, पूर्व विधायक वीजेंद्र व्यास, राव वारिस, हाजी शाहबन, अरशद खान, मो. आसिफ, अली यूसुफ अली के अलावा प्रमुख नेताओं में ब्रह़्म स्वरूप सागर, अच्छेलाल निषाद, केपी मावी, कैप्टन दिनेश सिंह, शिव शंकर भुरजी, प्रीतम सिंह प्रेमी, देशराज, प्रदेश प्रभारी जमीरूद्दीन, मनोज सक्सेना, हीरालाल विश्वकर्मा, मुमताज अली और सैय्यद महबूल अली आदि मौजूद थे।