‘नशा-मुक्त’ भारत के लिए ये संत करेंगे कठिन अग्नि तपस्या, प्रशासन ने दी इजाजत 

‘नशा-मुक्त’ भारत के लिए ये संत करेंगे कठिन अग्नि तपस्या, प्रशासन ने दी इजाजत 

ब्यूरो (राम मिश्रा,अमेठी) : देश और विदेश में भारत के संतों ने भारतीय दर्शन,योग और धर्म की महानता को स्थापित कर भारत के बारे में विदेशियों का नजरिया बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

इन्हीं संतों की बदौलत हमें भारत पर गर्व है इन्हीं में से कुछ ने अपने स्वतंत्र विचार और दर्शन को भी स्थापित कर एक नए समाज की रचना की यही नही भारतीय संतो ने समय समय पर समाजिक कुरीतियों जैसे नशा,दहेज,बाल विवाह के खिलाफ लोगो को जागरूक करने का भी काम किया है।

वही नशा जैसा दानव आज भी भारत को खुली चुनौती देता नजर आ रहा है। पंजाब और हरियाणा के बाद अब यूपी में भी नशा जैसा अभिश्राप पैर पसारता जा रहा है। जिसके कई केस आए दिन सामने आ रहे हैं।

सूबे के जनपद अमेठी में भी यह नशा आम होता जा रहा है।  नशे के इंजेक्शन और स्मैक जैसे नशा अब पुलिस द्वारा अमेठी में पकड़ा जा रहा है,लेकिन इस नशे के खिलाफ कोई भी खड़ा नहीं हो रहा था। युवाओं का नशे के प्रति रुझान को देखते हुए उन्हें जागरुक करने के लिए अब अमेठी के सन्त खुद आगे आए हैं ।

अमेठी जिले के शाहगढ़ ब्लॉक स्थित महाकाल धाम समसेरियन के सन्त पागल बाबा काली कमली वाले अब नशा मुक्ति के खिलाफ कठिन अग्नि तपस्या करेंगे।

पागल बाबा ने बताया कि युवाओं में नशे के प्रति बढ़ती लत को लेकर वह सुल्तानपुर जिले के बल्दीराय ब्लॉक के ग्राम सरैया माफी में तीन दिन आगामी 12 से 14 जून तक लगातार वह खुले आसमान के नीचे जलती आग के बीच बैठकर तपस्या करेंगे इस दौरान वह सिर्फ जल ग्रहण करेंगे और इसके लिए उन्होंने बाकायदा प्रशासन से अनुमति भी ले ली है ।

पागल बाबा ने बताया कि हालांकि नशामुक्ति अभियान की सफलता के लिए युवाओं की सक्रिय भागीदारी जरुरी है। यही नही नशामुक्ति के खिलाफ उन्होंने पहले भी कई बार ईश्वर से प्रार्थनाये की है और उसके काफी सकारात्मक परिणाम भी आए है । 

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TeamDigital