पराजय की आहट: नतीजे आने से पहले ही बीजेपी में उठपटक शुरू !

पराजय की आहट: नतीजे आने से पहले ही बीजेपी में उठपटक शुरू !

भोपाल ब्यूरो। मध्य प्रदेश में हुए विधानसभा चुनावो के परिणाम आने से पहले ही पार्टी के अंदर उठापटक शुरू होने की ख़बरें आ रही हैं। हाल ही में शिवराज सरकार में मंत्री ऊषा ठाकुर द्वारा अपनी सीट बदले जाने को लेकर पीड़ा व्यक्त करते हुए पार्टी के ऊपर ठीकरा फोड़ा गया।

वहीँ अंदरूनी खबरें बयान कर रही हैं कि पार्टी के नेता अब स्वीकार करने लगे हैं कि इस बार चुनावी परिणाम पार्टी के पक्ष में नहीं आने वाले। सूत्रों की माने तो यदि बीजेपी पराजित होती है तो पार्टी की अंदरूनी लड़ाई खुलकर सड़क पर आ सकती है।

सूत्रों की माने तो पार्टी के अंदर बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय को लेकर नाराज़गी है। सूत्रों ने कहा कि कई बीजेपी उम्मीदवार सीट बदले जाने के लिए सीधे तौर पर कैलाश विजयवर्गीय को ज़िम्मेदार मानते हैं। सूत्रों ने कहा कि पार्टी नेता अभी से मानकर चल रहे हैं कि इंदौर जनपद की विधानसभा सीटों में से पार्टी एक सीट भी मुश्किल से जीत पाएगी।

वहीँ दूसरी तरफ इंदौर से मौजूदा विधायक उषा ठाकुर का एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें वे पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव (कैलाश विजयवर्गीय) पर राष्ट्रीय अध्यक्ष (अमित शाह) से सेटिंग कर अपने बेटे (आकाश विजयवर्गीय) को टिकट दिलाने का आरोप लगा रही हैं।

ऊषा ठाकुर के बयान पर शिवराज सरकार की एक और मंत्री कुसुम महदेले ने भी टिकिट वितरण को लेकर सवाल उठाये हैं। उन्होंने ट्विटर पर कहा कि “यह कैसा अन्याय है,कि पवई से 12 हजार से अधिक मतो से हारे प्रत्याशी को पन्ना विधान सभा से टिकिट और पन्ना से 29000 हजार सेअधिक मतो से जीते प्रत्याशी का टिकिट काटा ।क्यों ?कैसी पंडित दीनदयाल जी और पंडित श्याम चरण जी मुख़र्जी जी की भारतीय जनता पार्टी है ,तोमर जी?”

जानकारों की माने तो ये अभी शुरुआत है। नतीजे आने पर यदि बीजेपी की पराजय होती है तो कई अन्य बीजेपी नेता भी साफतौर पर पार्टी के कुछ वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ सार्वजनिक रूप से मूँह खोल सकते हैं।

गौरतलब है कि मध्य प्रदेश में 28 नवंबर को 230 विधानसभा क्षेत्रो के लिए मतदान हुआ था। चुनावी नतीजे 11 दिसंबर को घोषित किये जाएंगे। ऐसे में सभी की नज़रें चुनावी नतीजों पर लगी हैं।

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TeamDigital