देश में मॉब लिंचिंग की बढ़ती घटनाओं पर देश की 49 हस्तियों की पीएम को चिट्ठी
नई दिल्ली। देश में मॉब लिंचिंग की बढ़ती घटनाओं पर देश के विख्यात 49 लोगों ने पीएम नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखी है। इस पत्र पर जिन 49 लोगों के हस्ताक्षर हैं उनमे कई सामजिक कार्यकर्त्ता, बुद्धिजीवी, फिल्मकार और कलाकार शामिल हैं।
पीएम मोदी के नाम लिखे गए पत्र में मॉब लिंचिंग की घटना के दोषी लोगों के खिलाफ कठोर कार्रवाही किये जाने तथा ऐसे अपराध को गैर ज़मानती अपराध घोषित किये जाने की मांग की गयी है।
पत्र में कहा गया है कि इन दिनों देश में धर्म और जात-पात और मॉब लिंचिंग से जुड़े मामले देश में बढ़ते जा रहे हैं। हालांकि आपने मॉब लिंचिंग और इस तरह के मामलों को संसद में उठाया है लेकिन संसद में उठाना ही काफी नही है आपको इन मामलों पर कड़े कानून बनाने चाहिए ताकि इन बढ़ते मामलों की संख्या बढ़ने की बजाए कम हो लेकिन ऐसा नही हुआ।
पत्र में लिखा गया है, “अफसोस की बात है कि ‘जय श्री राम’ के नाम पर खुलेआम देश में हिंसा हो रही है। लोगों को अपने ही देश में एंटी नेशनल, अर्बन नक्सल कहा जा रहा है।”
पत्र के मुताबिक देश की नामी हस्तियों ने लिखा कि हमारा संविधान भारत को एक सेकुलर गणतंत्र बताता है, जहां हर धर्म, समूह, लिंग, जाति के लोगों के बराबर अधिकार है। मुसलमान जो भारत की आबादी के 14 फीसदी है वे ऐसे 62 फीसदी अपराधों के शिकार बने, जबकि क्रिश्चयन जिनका आबादी में हिस्सा 2 फीसदी है वे ऐसे 14 फीसदी अपराध के शिकार हुए। इन घटनाओं के लिए पीएम मोदी ने क्या किया?
पत्र में नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़ों के आधार पर कहा है गया है कि 1 जनवरी 2009 से लेकर 29 अक्टूबर 2018 के बीच धर्म की पहचान पर आधारित 254 अपराध दर्ज किए गए, इस दौरान 91 लोगों की हत्या हुई और 579 लोग घायल हुए।
पत्र में लिखा गया है, “ऐसा जुर्म करने वालों के खिलाफ क्या कदम उठाया गया है, हम ऐसा महसूस करते हैं कि ऐसे अपराधों को गैर जमानती बनाया जाए और दोषियों को ऐसी सजा दी जाए जो नजीर बन जाए. जब हत्या के दोषियों को बिना पैरोल के आजीवन कारावास की सजा दी जा सकती है तो लिंचिंग के मामले में ऐसा क्यों नहीं ह सकता है, जो कि और भी घृणित अपराध है? हमारे देश के किसी नागरिक को डर और खौफ में रहने की जरूरत नहीं है!”
इस पत्र पर अदूर गोपालकृष्णन, मणि रत्नम, अनुराग कश्यप, बिनायक सेन, सौमित्र चटर्जी, अपर्णा सेन, कोंकणा सेन शर्मा, रेवती, श्याम बेनेगल, शुभा मुद्गल, अनुपम रॉय जैसी 49 हस्तियों के हस्ताक्षर हैं।