देश में आज जो हो रहा है उसे देखकर दुख होता है- प्रियंका
गांधीनगर। सक्रीय राजनीति में कदम रखने के बाद कांग्रेस में महासचिव पद की ज़िम्मेदारी संभालने वाली प्रियंका गांधी ने आज बीजेपी और पीएम नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोला।
गुजरात के गांधीनगर में कांग्रेस कार्य समिति की बैठक के बाद आयोजित रैली में प्रियंका गांधी ने मोदी सरकार के कामकाज को लेकर बड़े सवाल उठाये। प्रियंका ने कहा कि मोदी सरकार ने देश के युवाओं को दो करोड़ रोजगार देने का वादा किया था, लेकिन आज रोजगार कहां है?
प्रियकां ने कहा कि ये सरकार पहले महिलाओं की बात करती थी, लेकिन अब उन्हें ही नहीं पूछती। प्रियंका गांधी ने जनता से कहा कि जागरुकता से बड़ी कोई देशभक्ति नहीं होती।
प्रियंका गांधी ने अपने भाषण के शुरुआत में कहा कि मैं भाषण नहीं दूंगी बल्कि दो शब्द बोलूंगी। प्रियंका ने कहा कि मैं पहली बार गुजरात आई हूं। पहली बार साबरमती आश्रम गई, जहां से गांधी जी ने आजादी का आंदोलन शुरू किया।
उन्होंने कहा कि आश्रम में प्रार्थना करते हुए आंसू आ गए और उन लोगों की याद आई, जिन्होंने देश के लिए जीवन दिया। उन्होंने कहा, ”ये देश प्रेम सद्भावना और आपसी प्यार के आधार पर बना है. इसलिए आज जो देश में आज जो हो रहा है उसे देखकर दुख होता है।”
प्रियंका ने आगे कहा, ”आपकी जागरूकता एक हथियार है। आपका वोट एक हथियार है। जागरूक होना ही देशभक्ति है।” उन्होंने कहा, ”वोट का हथियार आपको मजबूत बनाएगा। आने वाले दो महीनों में कई मुद्दे आपके सामने आएंगे लेकिन फिजूल के मुद्दे नहीं उठने चाहिए।”
प्रियंका गांधी ने कहा, ”नौजवानों को रोजगार, महिलाओं की सुरक्षा, किसानों की बात असली चुनावी मुद्दे हैं। आपकी जागरूकता ही इन मुद्दों को आगे ला सकती है। ये आपकी जिम्मेदारी है।”
भाषण में प्रियंका गांधी ने मोदी सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए सवाल करते हुए कहा कि ”मोदी सरकार ने युवाओं को दो करोड़ रोजगार देने का वादा किया था, रोजगार कहां हैं?”
प्रियंका ने कहा, “आपके खाते में 15 लाख रुपए डालने का वादा किया था, क्या हुआ? महिला सुरक्षा की बात की थी, पांच सालों में महिलाओं को किसने पूछा? सही सवाल करिए, क्योंकि आने वाले दिनों में बहुत से मुद्दे उठाए जाएंगे।”
प्रियंका ने कहा, ”देश की फितरत है कि जर्रे जर्रे में सच्चाई है, नफरत की हवा को प्रेम और करुणा में बदलेगी। सही निर्णय करिए, सही मुद्दे उठाइए, सही सवाल कीजिए। देश किसी और का नहीं किसानों, महिलाओं का है। यही देश की हिफाजत करते हैं।” उन्होंने कहा, ”ये लड़ाई भी आजादी की लड़ाई से कम नहीं है. संस्थाएं नष्ट की जा रही है. नफरत फैलाई जा रही है।”