दुबई में रामदेव का सेकुलर चेहरा : ओम नहीं तो आमीन कहें
फरीदाबाद । दुबई के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर में 10 हजार मुस्लिम महिलाओं और करीब 30 हजार विभिन्न संप्रदाय के लोगों को योग कराने के बाद फरीदाबाद वापस पहुंचे बाबा रामदेव ने धर्मनिरपेक्ष योगमंत्र दिया।
उन्होंने कहा कि जो लोग योग करते हुए ओम नहीं बोलना चाहते वह आमीन बोल लें। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर प्रत्येक नागरिक से योग करने का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा कि अन्य धर्मों के लोगों को यह आजादी है कि वह योग करते हुए अपने धार्मिक प्रतीकों का उच्चारण करें।
बाबा रामदेव ने कहा कि योग को धर्म से जोड़कर देखना सही नहीं है। यह वैदिक व्यायाम प्रणाली है। इससे न केवल शरीर बल्कि मन और आत्मा भी स्वस्थ हो जाते हैं। इसलिए सभी को योग करना चाहिए। उन्होंने कहा कि सभी धर्मों में योग का समावेश है, मुसलमान भाई नमाज पढ़ते हैं तो उसमें भी योगक्रियाएं शामिल होती हैं। उन्होंने सूर्य नमस्कार को भी एक व्यायाम बताया और कहा कि धर्म का इससे कोई संबंध नहीं है।
बता दें कि पिछले साल कुछ लोगों की आपत्ति के कारण आयुष मंत्रालय ने ओम के उच्चारण और सूर्य नमस्कार को इस बार अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के प्रोटोकॉल से हटा दिया है। बाबा ने दुबई का अनुभव साझा करते हुए बताया कि जब वहां के लोगों ने उनको योग शिविर के लिए बुलावा भेजा तो उन्होंने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस कार्यक्रम के कारण इन्कार कर दिया।
इस पर वहां के आयोजकों ने योग करने के इच्छुक 25 हजार लोगों के पंजीकरण के बाद जब फिर से आग्रह किया तो वह इन्कार नहीं कर सके। बाबा ने बताया कि वहां लोगों ने वादा किया है कि अगली बार 50 हजार लोग उनके शिविर में शामिल होंगे।