दिल्ली में डीडीए ने 50 साल पुरानी मस्जिद ढहाई, दरगाह को लेकर इलाके में तनाव
नई दिल्ली। दिल्ली विकास प्राधिकरण ने करोल बाग़ इलाके की कठपुतली कौलोनी में स्थित 50 वर्ष पुरानी मस्जिद को ढहा दिया है वहीँ इस इलाके में मौजूद हजरत सईद भूरे शाह पीर दरगाह को भी तोड़े जाने की खबरों से इलाके में तनाव है।
इससे पहले ओखला के विधायक अमानतुल्लाह खान ने दिल्ली विकास प्राधिकरण के अधिकारीयों से मुलाकात कर बताया कि यह मस्जिद इस इलाके में पिछले 50 वर्षो से है वहीँ हजरत सईद भूरे शाह पीर दरगाह करीब सौ वर्ष पुरानी है इसलिए उससे कोई छेड़छाड़ न की जाए। वहीँ डीडीए अधिकारीयों ने दरगाह के सौ साल पुराना होने के लिए सबूत मांगे हैं।
इस मामले में डीडीए के हाउसिंग कमिशनर जेपी अग्रवाल का कहना है कि मस्जिद को ढहाने का फैसला कानूनी प्रक्रिया के तहत ही लिया गया था। उन्होंने कहा, ‘डीडीए सभी कानूनी प्रक्रिया का पालन करते हुए ही काम कर रहा है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि हजरत सईद भूरे शाह पीर दरगाह में एक मदरसा भी है, जिसमें करीब 200-250 बच्चे पढ़ते हैं। जिस स्थान पर वर्तमान में दरगाह है वहां 100 साल पहले तक जंगल था, वहां दलदल था और किकर के पेड़ लगे हुए थे। उस वक्त भूरे शाह ने वहां दलदल को भरकर बच्चों को पीपल के पेड़ के नीचे पढ़ाना शुरू कर दिया था।
इससे पहले ओखला विधायक अमानतुल्लाह खान ने अपने एक फेसबुक स्टेटस में लिखा था कि “आज अभी हमारी मुलाकात DDA vice चेयरमैन उदय परताभ सिंह और प्रिंसिपल कमिशनर J P Agarwal जी से हुई हम लोगो को VC, DDA ने यक़ीन दिलाया कि कठपुतली कॉलोनी करोल बाग़ में बड़ी मस्जिद और दरगाह को अब डेमोलिशन नही किया जाए गा । जिसको आज DDA डोमोलिशन करना चाहती थी ।हम लोगो ने उनके सामने सारी तफसील रखी कि मस्जिद 50 साल से है और दरगाह 150 साल से ।”
उन्होंने एक और स्टेटस अपडेट में लिखा था कि “कठपुतली कॉलोनी बड़ी मस्जिद के इमाम साहब और वहां के लोगो ने बताया कि DDA के अफसरों ने हम लोगो को बुलाकर मस्जिद मदरसा और दरगाह खाली करने को कहा और domolition करने को कहा ये मस्जिद 50 साल पुरानी है और दरगाह 150 साल पुरानी है सारी बात जानने के बाद मेने डायरेक्टर DDA को बुलाया उसने कहा मुझे ऊपर से आदेश है उसके बाद अब में DDA आफिस विकास सदन की तरफ सबलोगों के साथ जा रहा हूँ और वहां प्रिंसिपल commissioner से बात करेंगे इंशा अल्लाह हर हाल में मस्जिद की हिफाज़त की जाएगी।”
फिलहाल इलाके में दरगाह की सुरक्षा को लेकर लोगों में आशंका है। मस्जिद ढहाए जाने से स्थानीय लोगों में नाराज़गी है।वे दिल्ली विकास प्राधिकरण की कार्रवाही पर हैरान हैं।