दिल्ली पुलिस का दावा: आतंकी संगठन आईएसआईएस के बारे में जानकारियां सर्च करता था नजीब

नई दिल्ली । दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय से गायब छात्र नजीब अहमद की गुमशुदगी मामले में दिल्ली पुलिस ने दावा किया है कि लापता छात्र नजीब अहमद की आतंकी संगठन आईएसआईएस में रूचि थी।

पुलिस ने हाईकोर्ट को सौंपी अपनी रिपोर्ट में कहा कि नजीब अहमद के कमरे से बरामद लेपटॉप की जांच में सामने आया है कि नजीब अहमद गूगल और यूट्यूब पर आतंकी संगठन आईएसआईएस से सम्बंधित जानकारियां तलाश करता था ।

इतना ही नहीं दिल्ली पुलिस का दावा है कि नजीब अहमद ने आईएसआईएस से संबधित कई वीडियो देखे और वह इसमें शामिल होने के बारे में जानकारियां तलाश करता था।

लाई डिटेक्टर परीक्षण पर 27 को फैसला :

जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के लापता छात्र नजीब अहमद से जुड़े मामले में लाई डिटेक्टर परीक्षण के लिए मंजूरी हेतु दिल्ली पुलिस द्वारा जेएनयू के नौ छात्रों से पूछा जा सकता है या नहीं इस विषय में दिल्ली की अदालत ने अपना फैसला 27 मार्च तक के लिए सुरक्षित रखा है।

मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट सुमित दास को आदेश आज देना था लेकिन उन्होंने यह मामला स्थगित कर दिया और कहा कि आदेश तैयार नहीं है। अदालत ने 15 मार्च को अपना आदेश उस समय सुरक्षित रखा था जब छात्रों की ओर से पेश वकील ने कहा था कि लाई डिटेक्टर परीक्षण जब तक स्वेच्छा से ना हो, असंवैधानिक और अवैध होता है। इस मामले के संदिग्ध नौ छात्रों ने अदालत से गुहार लगाकर दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा द्वारा उन्हें भेजे गये नोटिस को चुनौती दी थी।

इस नोटिस में उनके इस बारे में बयान दर्ज करने के लिए मजिस्ट्रेट के सामने पेश होने के लिए कहा गया था कि वे लाई डिटेक्टर परीक्षण से गुजरना चाहते हैं या नहीं। जांच एजेंसी ने 23 जनवरी को जारी नोटिस में दावा किया था कि नजीब के बारे में जानकारी हासिल करने के लिए उनका लाई डिटेक्टर परीक्षण कराना जरूरी है।

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