दिग्विजय सिंह ने 2002 का हवाला देकर सुनाई खरी खरी

दिग्विजय सिंह ने 2002 का हवाला देकर सुनाई खरी खरी

नई दिल्ली। राज्यसभा में कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह ने राष्ट्रपति के धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी से गुजरात दंगो के लिए माफ़ी मांगने को कहकर माहौल गर्म कर दिया।

दिग्विजय सिंह ने कहा कि गुजरात दंगों में ढाई हजार लोगों की मौत हुई। जो व्यक्ति माफी मांगने, टोपी पहनने, प्रधानमंत्री होते हुए भी राष्ट्रपति के इफ्तार में जाने को तैयार न हो, वह अपने पहले भाषण में सबके विश्वास की बात करते हैं।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को संविधान के प्रति आस्था दिखाने के लिए बधाई लेकिन कहीं यह सिर्फ जुमला ही तो नहीं है। आपने लोगों के मन में जो जहर भरा है उसका असर झारखंड में देखने को मिला है।

आज़ाद के तीरो से ज़ख़्मी हुई बीजेपी:

इससे पहले कांग्रेस नेता गुलाम नबी आज़ाद ने मॉब लीचिंग से लेकर बेरोज़गारी तक कई बड़े मुद्दों पर मोदी सरकार को कटघरे में खड़ा किया। आज़ाद ने पीएम मोदी को इंगित करते हुए कहा कि ओल्ड इंडिया कहाँ गया ? हमे न्यू इंडिया नहीं चाहिए, हमे ओल्ड इंडिया वापस दे दीजिये।

आज़ाद ने झारखंड में हुई मॉब लिंचिंग की घटना पर कहा कि झारखंड मॉब लिंचिंग का हब बन गया है। कहा कि न्यू इंडिया के कल्चर में इंसान, इंसान का दुश्मन बन गया है। आज आदमी, आदमी से डरता है जंगली जानवर से नहीं डरता है।’

उन्होंने कहा कि पुराना इंडिया कहां गया? हमको ओल्ड इंडिया दीजिए, न्यू इंडिया आप अपने पास रखिए। वो ओल्ड इंडिया जिसमें प्यार था, मोहब्बत थी। आजाद ने कहा, ‘हमें न्यू अमेरिका, न्यू चाइना, न्यू ब्रिटेन नहीं सुना। आधुनिक अमेरिका, चीन, हो सकता है लेकिन न्यू इंडिया नहीं हो सकता है।

बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष जे पी नड्डा द्वारा विपक्ष को सत्ता पक्ष के रास्ते पर चलने की नसीहत के जवाब में आजाद ने कहा कि हम हजारों साल विपक्ष में बैठना मंजूर कर लेंगे, लेकिन आपके रास्ते पर नहीं चलेंगे। हम आपका रास्ता नहीं अपना सकते। आज़ाद ने मोदी सरकार के न्यू इंडिया, सबका साथ सबका विकास और बेटी पढ़ाओ- बेटी बचाओ जैसे स्लोगनों पर तीखे कटाक्ष किये।

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