दारुल उलूम वाले बयान पर शंकराचार्य की गिरिराज सिंह को फटकार
नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह द्वारा देवबंद के दारुल उलूम को लेकर दिए गए बयान पर शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती फटकार लगायी है। शंकराचार्य ने गिरिराज सिंह के बयान को समाज में विद्धेष फैलाने वाला बताया।
शंकराचार्य स्वरूपानंद ने कहा कि जहां धर्म की शिक्षा दी जाती है और धर्म का ज्ञान कराया जाता है, वहां पर इस तरह के आरोप लगाना कतई उचित नहीं है क्यों कि कोई भी धर्म अपराध की श्रेणी में नहीं आता है। उन्होंने कहा है कि कोई भी धर्म अपराध की कोटि में तभी आ सकता है, जहां हिंसा फैलाने की कोई शिक्षा दी जाती हो।
स्वामी स्वरुपानंद का कहना है कि भारत में जो भी लोग रहते हैं उन पर धर्म के नाम पर किसी तरह की जोर जबरजस्ती नहीं की जा सकती है। उन्होंने कहा कि हमारा सनातन धर्म इतना उत्कृष्ट है कि जिसको भी इसकी शिक्षा मिलेगी, वह सनातन धर्म का भक्त हो जायेगा।
इस्लामिक शिक्षा को लेकर स्वामी स्वरूपानंद ने कहा कि इस्लाम की अच्छी शिक्षाएं भी हमारी शिक्षाओं की ही तरह से हैं। उन्होंने कहा कि हमारे धर्म शास्त्र में लिखा है कि यदि किसी ऐसे देश में जहां आप का अधिकार हो जाये और वहां की संस्कृति आपसे भिन्न है तो भी आपका कर्तव्य है कि आप उसी संस्कृति का पालन करें।
गौरतलब है कि केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने देवबंद के दारुल उलूम का नाम लेते हुए उसे आतंकी शिक्षा दिए जाने का अड्डा बताया था। गिरिराज सिंह के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए शंकराचार्य ने कहा कि किसी भी धर्म से जुड़े शैक्षिक संस्था को लेकर इस तरह का बयान नहीं दिया जा सकता। केंद्रीय मंत्री का ये बयान समाज में विद्धेष फैलाने वाला है।