दादरी: अखलाक की हत्‍या के आरोपी का हुआ अंतिम संस्कार, मुआवजे में मिलेंगे 25 लाख रुपये

ग्रेटर नोएडा । अखलाक की हत्या के आरोपी रवि सिसोदिया के शव का तीन दिन बाद शुक्रवार को अंतिम संस्कार कर दिया गया। सूत्रों के अनुसार अंतिम संस्कार से पूर्व मृतक परिवार और गांववालों ने स्थानीय प्रशासन के साथ कुछ देर बातचीत की और बाद में कुछ शर्तो पर ‘समझौते’ के बाद ही अंतिम संस्कार किया।

ग्रामीणजनो के अनुसार प्रशासन और परिवार के बीच जो समझौता हुआ उसमें यह कहा गया कि 11 लोगों की एक कमेटी बनाई जाएगी। उसमें गांव के कुछ लोग और इलाके के विधायक को शामिल किया जाएगा। इस कमेटी का काम अखलाक पर लगे गौहत्या के केस में लगी पुलिस की जांच को देखने का होगा।

गौतम बुद्ध नगर के जिला मजिस्ट्रेट एनपी सिंह ने जानकारी दी कि रवि के परिवार को 25 लाख रुपए मुआवजा दिया जाएगा। इसमें से 10 लाख राज्य सरकार देगी, 10 लाख एक संस्था देगी वहीं 5 लाख रुपए उस इलाके के सांसद महेश शर्मा और सरधना के विधायक संगीत सोम देंगे। राज्य सरकार ने केस की सीबीआई जांच की अर्जी को इजाजत देकर आगे बढ़ा दिया। जिला मजिस्ट्रेट ने रवि की एक साल की बेटी की देखरेख की पूरी जिम्मेदारी ली। मीटिंग में रवि की पत्नी को भी शिक्षा और नौकरी देने की बात कही गई।

यह फैसला शुक्रवार की शाम को एक मीटिंग में हुआ। उस मीटिंग में सांसद महेश शर्मा, सरधना के विधायक संगीत सोम, डिबई के विधायक भगवान शर्मा, रवि के परिवार वाले और जिला प्रशासन के कुछ सीनियर लोग शामिल थे। मीटिंग के बाद संगीत सोम ने लोगों से रवि का अंतिम संस्कार करने देने की गुजारिश की।

हालांकि, कुछ लोग संगीत की बात नहीं मान रहे थे। लेकिन फिर समझाने पर वे भी मान गए। सासंद महेश शर्मा ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए उनके रवैये को निशानाजनक बताया। उन्होंने सवाल किया कि अगर रवि की तबीयत ठीक नहीं थी तो उसे मेडिकल सुविधा क्यों नहीं दी गईं।

इससे पहले ग्रामीणों ने रवि को शहीद करार देते हुए उसके शव पर तिरंगा रख दिया था और सरकार से एक करोड़ रुपये के मुआवजा देने की मांग लेकर धरना पर बैठ गए थे। इसके साथ ही ग्रामीण अखलाक हत्याकांड में नामजद सभी 17 लोगों को तुरंत रिहा करने की मांग कर रहे थे। 22 वर्षीय रवि सिसोदिया की मौत मंगलवार को किडनी और श्वसन तंत्र फेल हो जाने से हो गई थी।

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TeamDigital