दलित सांसदों की नाराज़गी के बीच योगी – मोदी मुलाकात, नेतृत्व परिवर्तन के कयास

दलित सांसदों की नाराज़गी के बीच योगी – मोदी मुलाकात, नेतृत्व परिवर्तन के कयास

नई दिल्ली। एससी एसटी एक्ट में बदलाव के खिलाफ एकजुट हो रहा दलित सांसदों से इस मुद्दे पर जागी भारतीय जनता पार्टी उत्तर प्रदेश में बड़ी ज़िम्मेदारी देने के लिए किसी ओबीसी चेहरे की तलाश कर रही है।

प्रदेश में बढ़ते राजनैतिक तापमान के बीच उत्तर प्रदेश के कई सांसद और विधायक दिल्ली पहुँच चुके हैं। इतना ही नहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. महेन्द्र नाथ पांडेय और उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य भी शाम को दिल्ली पहुंच गए।

समझा जाता है कि दलित सांसदों द्वारा सीएम योगी आदित्यनाथ की शिकायत के बाद भारतीय जनता पार्टी 2019 के चुनावो के पहले प्रदेश में नेतृत्व परिवर्तन करने की माथा पच्ची में जुटी है।

सूत्रों की माने तो उत्तर प्रदेश में सपा बसपा गठजोड़ के बाद लोकसभा उपचुनावों में पार्टी की हार के बाद ही बीजेपी ने सपा बसपा गठजोड़ की काट ढूँढना शुरू कर दिया था लेकिन बीजेपी के दलिती सांसदों द्वारा प्रदेश के मुख्यमंत्री पर दलितों के खिलाफ काम करने के आरोप के बाद अब उत्तर प्रदेश में नेतृत्व परिवर्तन की संभावनाएं बढ़ गयी हैं।

हालाँकि सीएम योगी और पीएम मोदी की मुलाकात को लेकर बीजेपी सफाई दे रही है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का पहले से दिल्ली जाने का कार्यक्रम तय था। वह रविवार को दिल्ली से गुजरात जाएंगे जहां उन्हें एक कार्यक्रम में शामिल होना है। शनिवार शाम को दिल्ली में प्रधानमंत्री से भी उनकी भेंट भी पहले से तय थी।

फिलहाल यह तो तय है कि उत्तर प्रदेश को लेकर बीजेपी जल्द ही कोई बड़ा फैसला ले सकती है। हाल ही में दलित संगठनों द्वारा आयोजित भारत बंद के बाद दलितों के खिलाफ लिखे गवाए मुकदमो पर बीजेपी सांसदों की नाराज़गी के दबाव में बीजेपी प्रदेश में नेतृत्व परिवर्तन पर भो फैसला ले सकती है।

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TeamDigital