दलित की बेटी से गैंग रेप पर गूँगा हुआ पेशेवर मीडिया
नई दिल्ली। मोदी सरकार के तीन साल के कार्यकाल पर दिन रात कसीदे पढ़ने वाला पेशेवर मीडिया हरियाणा में दलित बच्ची के साथ कथित गैंगरेप और बर्बरता पर गूँगा हो गया है। हरियाणा में अभी हाल का यह दूसरा मामला है।
इससे पहले बीते वर्ष 25 अगस्त को मेवात में एक 20 वर्षीय महिला और उसकी 14 साल की नाबालिग बहन के साथ उन्हीं के घर में घुस आए कई लोगों ने गैंगरेप किया। यही नहीं उनके चाचा-चाची को बांधकर तब तक पीटा गया जब तक उनकी मौत नहीं हो गई। घटना गुड़गांव से 45 किलोमीटर दूर मेवात के तौरू क्षेत्र के ढिंगेरी गांव में हुआ।
महिलाओं की सुरक्षा के नाम पर पेशेवर मीडिया का यह दोगला चेहरा है। इसी मीडिया ने दिल्ली में हुए निर्भया काण्ड पर दिन रात एक कर दिया था क्यों कि उस समय दिल्ली और केंद्र दोनो जगह कांग्रेस की सरकार थी। अब चूँकि मामला हरियाणा से जुड़ा है जहाँ एक और निर्भया काण्ड जैसा मामला हुआ है लेकिन राज्य में बीजेपी की सरकार है इसलिए पेशेवर मीडिया के मूँह से एक शब्द नहीं निकल रहा।
तीन तलाक पर बीजेपी बीजेपी की भाषा बोल रहे कुछ एंकरों को रेप जैसे मामलो से ज़्यादा तीन तलाक में महिलाये ज़्यादा असुरक्षित नज़र आती हैं। शायद यही कारण है कि मुस्लिमो के तीन तलाक को उछालने के लिए महिलाओं के हितो के संरक्षण के नाम पर प्रतिदिन डिबेट आयोजित करने वाले चैनलों के पास रोहतक के निर्भया काण्ड पर चर्चा करने के लिए समय नहीं है।