दलितों की पिटाई के बाद गुजरात में हिंसा, 7 ने की आत्महत्या की कोशिश
राजकोट । मरी हुई गाय की चमड़ी उतारे जाने पर कथित तौर पर दलित लोगों को पीटे जाने का मामला सामने आने के बाद गुजरात के कुछ हिस्सों में सोमवार शाम को हिंसा फैल गई। प्रदर्शनकारियों ने राजकोट जिले में धोराजी कस्बे में दो सरकारी बसों को जला दिया।
जामनगर के धरोल कस्बे में भी एक सरकारी बस को आग लगा दी गई। प्रदर्शन कर रहे लोगों ने राजकोट से पोरबंदर को जोड़ने वाले एनएच-27 को भी ब्लॉक कर दिया। दलित परिवार को पीटे जाने का मामला एक सप्ताह पुराना है।
इससे पहले गिर सोमनाथ जिले में दलित परिवार से मारपीट के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान सात लोगों ने आत्महत्या का प्रयास किया। मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल ने मामले में सीआईडी जांच के आदेश दे दिए हैं। अब तक इस मामले में एक 17 वर्षीय मुस्लिम लड़के सहित दो और गिरफ्तार किए गए हैं।
दलितों ने पूरे राज्य में प्रदर्शन करते हुए गौ रक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। राजकोट जिले के गोंदल शहर में एक कांग्रेस पार्षद सहित पांच दलितों ने फिनाइल पी लिया। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासन आरोपियों पर नरम रूख अपना रहा है।
इसी तरह से जामकंदोरणा में भी दो लोगों ने कीटनाशक पी लिया। इन दोनों की हालत नाजुक है। सुरेंद्रनगर, सूरत और नवसारी जिलों में भी प्रदर्शन हुए। सुरेंद्रनगर में प्रदर्शनकारियों ने मवेशियों के कंकालों से भरी पांच गाडि़यों के साथ जिला कलेक्टर के दफ्तर के बाहर प्रदर्शन किया।