दर दर भटक रही नजीब की मां, अभी तक कोई सुराग नही
नई दिल्ली । दिल्ली की जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी से लापता हुए छात्र नजीब अहमद का अभी तक कोई सुराग नहीं मिला है। नजीब को तलाशने के लिए उसकी मां दर दर भटक रही है । अपने बेटे की गुमशुदगी का अभी तक सुराग न मिलने से परेशान नजीब की मां कभी वह जेएनयू में छात्रों के पास जाती है तो कभी पुलिस के पास ।
इस बीच दिल्ली पुलिस ने सूचना देने पर इनाम की राशि को 50 हजार रुपए से बढ़ाकर 1 लाख रुपए कर दिया है। बायोटेक्नोलॉजी के छात्र नजीब के अचानक लापता होने की जांच कर रही पुलिस की टीम अभी तक यह पता नहीं लगा पाई कि आखिर कोई नजीब को क्यों नुकसान पहुंचाना चाहेगा। हालांकि पुलिस को शक है कि यह सुसाइड या खुद को नुकसान पहुंचाने का मामला भी हो सकता है, क्योंकि नजीब पिछले कुछ दिनों से परेशान दिख रहा था।
बता दें स्कूल ऑफ बायोटेक्नोलॉजी का छात्र नजीब अहमद शनिवार (15 अक्टूबर) से कथित तौर पर लापता है। उसका लापता होने से एक रात पहले कैंपस में उसका झगड़ा हुआ था। छात्र के अभिभावकों से मिली शिकायत के बाद वसंत कुंज उत्तर थाना में कल एक व्यक्ति के अपहरण और गलत तरीके से कैद कर रखने को लेकर प्राथमिकी दर्ज की गई।
कुलपति एम जगदीश कुमार लापता छात्र के मुद्दे पर सोमवार को दिल्ली पुलिस आयुक्त आलोक कुमार से मिले। इसमें कहा गया, ‘‘उन्हें बताया गया कि पुलिस विभाग ने उसकी तलाश के लिए कई कदम उठाए हैं और नजीब से जुड़ी सूचना के लिए इनाम की राशि 50,000 रूपये से बढ़ाकर एक लाख रूपए करने का फैसला किया है।’’
जेएनयू के ही एक छात्र ने दावा किया था कि जब विश्वविद्यालय के छात्र नजीब अहमद की कुछ एबीवीपी समर्थकों के साथ कथित झड़प हुई थी, उस समय उसकी हत्या का प्रयास किया गया था। एमफिल के छात्र शाहिद रजा खान ने कहा, ‘मैंने पहली मंजिल से कुछ हल्ला सुना। जब मैं नीचे गया, मैंने देखा कि नजीब के मुंह और नाक से खून बह रहा है। हमने वार्डन को बुलाया और नजीब को बाथरूम ले गए’। खान ने कहा, ‘लेकिन कुछ छात्र आए और बाथरूम के अंदर नजीब के साथ मारपीट की। वे लोग चिल्ला रहे थे कि उसे नहीं बख्शना चाहिए’। हालांकि एबीवीपी ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है।
एक बड़ा सवाल यह है कि घटना का चश्मदीद मिलने के बाद भी पुलिस ने अभी तक विधार्थी परिषद के आरोपी छात्रों से पूछताछ क्यों नही की ? नजीब आखिर कहाँ गया ?