तो मोदी ने नहीं टेलीप्रॉम्पटर ने बनाया भाषण हिट !

PM-Modi-telipromptor

नई दिल्ली । भले ही अमेरिकी संसद में दिए गए अपने भाषण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खूब तालियां बटोरी हों लेकिन भाषण के कुछ वक्त बाद ही सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हो गई। जिसमें बताया गया कि भाषण देने के लिए पीएम मोदी ने टेलीप्रॉम्‍प्‍टर का इस्तेमाल किया है।

तस्वीर में दिखाया गया है कि यूएस कांग्रेस में भाषण दे रहे पीएम मोदी के दोनों तरफ टेलीप्रॉम्‍प्‍टर लगे हुए हैं। उसके कुछ घंटे बाद ही मीडिया रिपोर्ट्स ने भी इस तस्वीर को सही बताया। रिपोर्ट्स के मुताबिक मोदी ने सबसे पहले टेलीप्रॉम्‍प्‍टर का इस्तेमाल इसरो में पीएसएलवी के लॉन्च के वक्त किया था। उसके बाद उन्हें जहां अंग्रेजी में भाषण देना होता है, वहां अक्सर टेलीप्रॉम्‍प्‍टर का यूज करते हैं।

टेलीप्रॉम्‍प्‍टर के इस्तेमाल में सबसे बड़ा खतरा यह है कि इस दौरान स्पीकर अपने भाषण के शब्दों पर ज्यादा फोकस रखता है। स्पीकर इस बात को ध्यान नहीं रख पाता कि वह जो बोल रहा है उसे दर्शक समझ पा रहे हैं या नहीं। हालांकि, पीएम मोदी को इस कला में महारत हासिल है। वह इसका इस्तेमाल करते हुए भी अपने दर्शकों को अपनी बात समझाने में कामयाब रहते हैं। लेकिन टेलीप्रॉम्‍प्‍टर पीएम मोदी को भी एक बार धोखा दे चुका है।

साल 2015 में श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रिपाला सिरिसेना अपनी पत्नी के साथ भारत आए हुए थे। उनके स्वागत के लिए मोदी ने टेलीप्रॉम्‍प्‍टर का इस्तेमाल किया था। हुआ कुछ यूं कि मोदी सिरिसेना का स्वागत में भाषण दे रहे थे, उसी दौरान उन्होंने मैत्रिपाला की पत्नी को एमआरएस (MRS) सिरिसेना बोला दिया, जबकि उन्हें मिसेज सिरिसेना बोलना था।

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TeamDigital