तोगड़िया बोले ‘बीजेपी हिंदुत्व की हितेषी नहीं, उसे सिर्फ हिन्दुओं का वोट चाहिए’
नई दिल्ली। अंतर्राष्ट्रीय हिन्दू परिषद के अध्यक्ष प्रवीण भाई तोगड़िया ने राम मंदिर के मुद्दे पर एक बार फिर पीएम नरेंद्र मोदी और संघ प्रमुख मोहन भागवत पर हमला बोला है।
तोगड़िया ने कहा कि “मैं केंद्र में मोदी सरकार के सत्ता में आने के चार साल बाद तक विश्व हिंदू परिषद में था। इस दौरान मैंने कई बैठकों में भाग लिया, लेकिन कभी भी सर संघचालक मोहन भागवत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से अयोध्या में राम मंदिर बनाने के लिए नहीं कहा।”
उन्होंने कहा कि “विजयादशमी के दौरान अयोध्या में राम मंदिर बनाने की मांग को लेकर संघ और भाजपा के नेता आने शुरू हुए ताकि छत्तीसगढ़, राजस्थान और मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए माहौल बनाया जा सके।”
तोगड़िया ने कहा कि संघ और भाजपा दोनों मिलकर पिछले छह महीने से राम मंदिर निर्माण का माहौल बनाकर विधानसभा चुनाव में वोट पाने की कोरी कोशिश ही कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सच्चाई यह है कि फिलहाल मंदिर का निर्माण का दोनों के एजेंडे में नहीं है।
तोगड़िया ने कहा कि मोहन भागवत पहले ही अल्पसंख्यकों के बगैर हिन्दुत्व को अधूरा बता चुके हैं। सब मिलाकर अब भाजपा और संघ दोनों हिंदू, हिंदुत्व और हिंदू आंदोलन से पीछे हट रहे हैं। उनके इस बर्ताव से देश के साधु-संत समाज और हिन्दुत्व में विश्वास रखने वाले लोग खुद को छला हुआ महसूस कर रहे हैं।
तोगड़िया ने रहस्योद्घाटन करते हुए कहा कि भाजपा ने सत्ता में आने पर अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का वादा भले किया था, लेकिन 2014 में केंद्र में और 2017 में उत्तर प्रदेश में पूर्ण बहुमत की सरकार बनने के बाद भी यह भाजपा के एजेंडे में नहीं था।
उन्होंने कहा कि पिछले साढ़े चार साल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार भी राम जन्मभूमि अयोध्या नहीं गये हैं। प्रधानमंत्री जानते थे कि अयोध्या जाने पर क्या संदेश जायेगा। चूंकि केंद्र सरकार को राम मंदिर बनाने की दिशा में कुछ नहीं करना था, इसलिए उन्होंने वहां जाने से भी परहेज किया।
तोगड़िया ने कहा कि प्रधानमंत्री का व्यवहार इतना साबित करने के लिए पर्याप्त है कि भाजपा को हिंदू का केवल वोट चाहिए। हिन्दुत्व को छोड़कर वह अलग हो चुकी है।
उन्होंने कहा कि हम एक महीने के भीतर एक राजनीतिक दल बनायेंगे और आगामी लोकसभा चुनावों में लगभग सभी सीटों पर उम्मीदवारों को उतारेंगे। पार्टी बनाने की तैयारियां पहले ही शुरू कर दी गयी हैं, जल्द ही पार्टी के नाम की घोषणा करेंगे।