तीन तलाक बिल पर बोले आज़म “अगर कुरान के मुताबिक हो तो हमे क़ुबूल”
लखनऊ। लोकसभा में तीन तलाक बिल पेश हो चूका है। कांग्रेस, जदयू, एआईएमआईएम, समाजवादी पार्टी सहित कई दलों ने इस बिल का विरोध करने का एलान किया है।
इस बीच समाजवादी पार्टी के सांसद और यूपी के पूर्व केबिनेट मंत्री आज़म खान ने कहा है कि जो बिल लाया जा रहा है अगर वो कुरान के मुताबिक है तो हमे कुबूल है।
तीन तलाक बिल पर मीडिया से बातचीत में आज़म खान ने कहा कि तीन तलाक को लेकर कुरान में सब कुछ दिया हुआ है। कोई मुसलमान इससे पीछे नहीं हट सकता। हम अल्लाह के बताये कानून को मानेगे। अगर तीन तलाक पर सरकार का प्रस्तावित बिल कुरान के मुताबिक है तो हमे ये क़ुबूल है।
उन्होंने कहा कि सरकार जो तरीका अपना रही है वह सही नहीं है। मामला तलाक का नहीं है बल्कि मामला रोज़गार का है। सरकार को धार्मिक मामलो में दखल देने की जगह रोज़गार के अवसर पैदा करने पर ध्यान देना चाहिए।
गौरतलब है कि मोदी सरकार पिछले कार्यकाल में तीन तलाक बिल को तीन बार पेश कर चुकी है। मोदी सरकार 2 के कार्यकाल में यह बिल चौथी बार लोकसभा में पेश हुआ है।
पिछली बार दिसंबर में यह बिल लोकसभा में पास हो गया था लेकिन राज्य सभा में सरकार के पास संख्या कम होने के कारण यह बिल राज्य सभा में पास नहीं हुआ था। विपक्ष तीन तलाक पर सरकार के प्रस्तावित बिल को सेलेक्ट कमेटी के पास वापस भेजे जाने की मांग करता रहा है।
विपक्ष का कहना है कि इस बिल में कई खामियां हैं। इन खामियों को दूर करने के लिए अभी कई संशोधन किये जाने चाहिए। वहीँ सरकार का कहना है कि इस बिला में अब किसी संशोधन की आवश्यकता नहीं है।
शुक्रवार को हंगामे के बीच लोकसभा में केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने तीन तलाक बिल पेश किया। बिल पेश होने पर कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने साफ़ तौर पर कहा कि वे इस बिल का समर्थन नहीं करेंगे।
वहीँ तीन तलाक बिल का विरोध करते हुए हैदराबाद से सांसद और ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुसलमीन के सांसद (AIMIM) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि यह संविधान विरोधी व आर्टिकल 14 और 15 का उल्लंघन है। मोदी सरकार को मुस्लिम महिलाओं से हमदर्दी है तो केरल की हिंदू महिलाओं से मोहब्बत क्यों नहीं? आखिर सबरीमला पर आपका रुख क्या है?