तीन तलाक कानून पर बीजेपी से सहमत नहीं एनडीए के घटक दल

नई दिल्ली। तीन तलाक को लेकर सरकार ने भले ही अध्यादेश लाकर कानून बनाने की प्रक्रिया में जुटी हो वहीँ एनडीए में सहयोगी जनता दल यूनाइटेड इस मामले में मोदी सरकार के साथ नहीं है। तीन तलाक पर कानून को लेकर जनता दल यूनाइटेड की राय बीजेपी से मेल नहीं खाती।
जनता दल यूनाइटेड के राज्यसभा में संसदीय दल के नेता आरसीपी सिंह ने केंद्रीय कैबिनेट के फैसले पर असहमति जताई है। उन्होंने कहा कि तीन तलाक संवेदनशील मसला है और इस पर सरकार को फैसला नहीं लेना चाहिए।
तीन तलाक पर अध्यादेश को लेकर आरसीपी सिंह ने कहा कि हमारा स्पष्ट तौर पर मानना है कि तीन तलाक पर फैसला लेने का हक मुस्लिम समाज को है। लिहाजा केंद्र सरकार को खुद निर्णय लेने के बजाय उसे मुस्लिम समाज के जिम्मे छोड़ देना चाहिए।
जदयू नेता ने कहा कि अभी केंद्रीय कैबिनेट ने अध्यादेश को मंजूरी दी है….कोई एक्ट नहीं बनाया है। उन्होंने कहा कि जब कानून बनेगा तो जदयू अपनी राय खुल कर रखेगा।
वहीँ तीन तलाक पर अध्यादेश को लेकर जमीयत उलमा हिंद के अध्यक्ष एवं ऑल इंडिया मुस्लिम पसर्नल लॉ बोर्ड के सदस्य मौलाना अरशद मदनी ने कहा कि सरकार तीन तलाक पर जो अध्यादेश लाई है, वो अभी तक पूरी तरह सामने नहीं आया है। इसमें सरकार की कोशिश है कि यह दोबारा से वापस न आए।
कांग्रेस और वामपंथी पहले ही सरकार द्वारा लाये जा रहे अध्यादेश को बीजेपी का राजनैतिक मुद्दा बता चुके हैं। वहीँ एनडीए में अभी कई अन्य दल भी हैं जो तीन तलाक पर सरकार के कदम से खुश नहीं हैं।