तमिल फिल्म “‘मेर्सल” से क्यों डर रही बीजेपी, ये है कारण
नई दिल्ली। तमिल फिल्म ‘मेर्सल में नोट बंदी और जीएसटी को लेकर दिखाए गए दृश्यों पर बीजेपी के माथे पर चिंता लकीरें साफ़ देखी जा सकती हैं। यह फिल्म बीते गुरूवार को ही रिलीज हुई है।
इस फिल्म से बीजेपी किस कदर डरी हुई है इसका अंदाज़ा तमिलनाडु के बीजेपी अध्यक्ष के उस बयान से लगाया जा सकता है जिसमे उन्होंने इस फिल्म में से न सिर्फ कुछ दृश्यों पर आपत्ति जताई है बल्कि पाबंदी लगाने की मांग की है।
भारतीय जनता पार्टी की तमिलनाडु प्रमुख तमिलिसाई सुंदरराजन का आरोप है कि तमिल मूवी ‘मेर्सल’ पर आरोप लगाया है कि इसमें केंद्र सरकार की योजनाओं और हिंदू धर्म के बारे में गलत जानकारी दी गई है। उन्होंने कहा, ‘मूवी में जीएसटी के बारे में गलत जानकारी दी गई है इस पर तुरंत पाबंदी लगाने की आवश्यकता है।
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि लोगों को अपने विचार रखने का अधिकार है, लेकिन हिंदू धर्म, डिजिटल ट्रांजेक्शन, नोटबंदी और जीएसटी के बारे में गलती जानकारी देने की हम लोग निंदा करते हैं।’ उन्होंने कहा कि ऐसी जानकारी लोगों को गुमराह करती हैं।
इस फिल्म में अभिनय करने वाले तमिल अभिनेता विजय को लेकर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष तमिलिसाई सुंदरराजन ने कहा कि विजय के फैन ऐसी गलत जानकारी का समर्थन ना करें। फिल्ममेकर्स को ऐसे डॉयलॉग मूवी से हटा देने चाहिए, जो केंद्र सरकार की स्कीमों को बारें में गलत जानकारी दे रहे हैं।
फिल्ममेकर्स पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा, ‘हमारे आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की अच्छी स्कीमों की कौन आलोचना कर रहा है। वे लोग जो अपनी टिकट बेचने के तरीके को नहीं बदल पाए, वे लोग जो अपनी सेलरी और मुनाफे का खुलासा नहीं करते। ये लोग सराहनीय करदाताओं भी नहीं हैं।’