ट्रेन में मुस्लिम लड़के की पीट पीट कर हत्या
नई दिल्ली। हरियाणा के बल्ल्भगढ़ से दिल्ली ईद की खरीददारी करने आये जुनैद को अंदाज़ा भी नहीं था कि जिस पर्व के लिए वह खरीददारी कर रहा है वह पर्व उसे नसीब नहीं होगा। दिल्ली से खरीददारी कर लौट रहे 16 वर्षीय जुनैद को भीड़ ने लोकल ट्रेन में पीट पीट कर मार डाला जबकि जुनैद के साथ आये दो अन्य युवक घायल हो गए।
जुनैद के पिता जलालुद्दीन ने बताया कि उनके तीन बेटे- जुनैद, हाशिम, शाकिर और पड़ोसी का लड़का मोहसिन दिल्ली से ईद की ख़रीददारी करके लौट रहे थे। इन चारों की उम्र 18 साल से कम थी।
उन्होंने बताया कि तुगलकाबाद से चढ़े दैनिक यात्रियों ने इन लड़कों की टोपी को देख फ़ब्तियां कसीं और सीट से उठने को कहा। जलालुद्दीन के अनुसार, ” हत्या करने वाले अपरिचित थे और उनसे पहले की कोई रंजिश भी नहीं थी। पलवल के रहने वाले हाजी अल्ताफ़ ने इस मामले में जुनैद के परिवार की तत्काल मदद की थी।
बताया कि पांच लड़के दिल्ली के सदर बाज़ार से शाम छह बजे के क़रीब मथुरा जाने वाली लोकल ट्रेन में चढ़े थे। तुगलकाबाद के पास कुछ लोग ट्रेन में चढ़े. सीट पर जगह देने को लेकर बैठे हुए जुनैद और उनके साथियों के साथ झगड़ा शुरू हो गया। झगड़ा करने वाले सिर्फ चंद लोग ही थे। उन्होंने साम्प्रदायिक टिप्पणियां करनी शुरू कर दीं ,इन लड़कों को बल्लभगढ़ उतरना था, क्योंकि इनका गांव खंडावली इस स्टेशन से नज़दीक पड़ता है।
बीबीसी के अनुसार अल्ताफ़ ने बताया कि , “आक्रामक भीड़ ने उन्हें उतरने नहीं दिया और यहां से 10 मिनट की दूरी पर अगले स्टेशन असावटी के बीच लड़कों से बुरी तरह मारपीट की गई। उन पर चाकुओं से हमला किया गया, जिसमें जुनैद और उसके दो साथी बुरी तरह ज़ख्मी हो गए।”उनका कहना है कि इस बीच जुनैद के साथियों ने पुलिस, एंबुलेंस को फ़ोन किया, जंज़ीर खींची. लेकिन कहीं से कोई मदद नहीं मिली।
जब ट्रेन असावटी पहुंची तो हमला करने वाले पहले ही उतर कर भाग गए। वहां जुनैद को स्टेशन पर उतारा गया, जहां थोड़ी ही देर बाद उसने दम तोड़ दिया। इस मामले में पीड़ित लड़कों की निशानदेही पर दो लोगों को गिरफ़्तार किया गया है। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया है और शुक्रवार को शव दफ़ना दिया गया।