ट्रंप के दावे पर कांग्रेस ने पीएम मोदी को घेरा, कहा ‘देश को जबाव दें पीएम’
नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा कश्मीर पर भारत और पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता को लेकर दिए गए बयान पर कांग्रेस ने पीएम नरेंद्र मोदी पर देश के साथ विश्वासघात करने का आरोप लगाया है।
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि यह देश के साथ विश्वासघात है और पीएम मोदी इस पर देश को जबाव दें। सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा, ‘भारत ने जम्मू-कश्मीर में किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता को कभी स्वीकार नहीं किया। किसी विदेशी शक्ति से जम्मू-कश्मीर में मध्यस्थता के लिए कहकर प्रधानमंत्री मोदी ने देश के हितों के साथ बड़ा विश्वासघात किया है, इस विषय पर प्रधानमंत्री देश को जवाब दें।’
गौरतलब है कि पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि मोदी दो हफ्ते पहले उनके साथ थे और उन्होंने कश्मीर मामले पर मध्यस्थता की पेशकश की थी।
डोनाल्ड ट्रंप ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह भी कहा, ‘मुझे लगता है कि भारत हल चाहता है और पाकिस्तान भी। यह मसला 70 साल से चल रहा है। मुझे इसमें मध्यस्थता करने पर खुशी होगी।’
वहीं दूसरी तरफ, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने ट्वीट कर कहा कि ‘ईमानदारी से कहूं तो मुझे नहीं लगता कि ट्रम्प को इस बात का थोड़ा भी अंदाजा है कि वह किस बारे में बात कर रहे हैं। उन्हें या तो समझाया नहीं गया है या समझ नहीं आया है कि (प्रधानमंत्री) मोदी क्या कह रहे हैं या फिर तीसरे पक्ष की मध्यस्थता पर भारत की स्थिति क्या है।’
शशि थरूर ने कहा कि ‘विदेश मंत्रालय को यह स्पष्ट करना चाहिए कि दिल्ली ने कभी इसकी (तीसरे पक्ष की मध्यस्थता की) हिमायत नहीं की है।’
वहीँ अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा कश्मीर में मध्यस्थता को लेकर दिए गए बयान पर जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट कर कहा कि ‘व्यक्तिगत तौर पर मुझे लगता है कि डोनाल्ड ट्रम्प चौंकाने वाली बात कर रहे हैं कि प्रधानमंत्री कार्यालय ने कश्मीर मुद्दे को सुलझाने में अमेरिका को शामिल होने का अनुरोध किया है, हालांकि मैं यह देखना चाहता हूं कि क्या ट्रम्प के दावे पर विदेश मंत्रालय उन्हें मदद के लिये कहेगा।’
गौरतलब है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान अमेरिका के दौरे पर हैं। इस दौरान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से उनकी मुलाकात के बाद एक साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया था। इसी प्रेस कॉन्फ्रेंस में ट्रंप ने कश्मीर मामले में मध्यस्थता को लेकर यह बयान दिया है।