टिकिट कटने की आशंका से कई बीजेपी सांसद क्षेत्रीय दलों और कांग्रेस के सम्पर्क में
नई दिल्ली। 2019 के आम चुनावो की तैयारी में जुटी बीजेपी के आंतरिक सर्वे उसके अनुमान से मेल नहीं खा रहे। सूत्रों की माने तो संघ और बीजेपी के अधिकांश आंतरिक सर्वे रिपोर्टो में पार्टी 200 सीटों का आंकड़ा भी नहीं छू पा रही।
इस बीच आनंद बाजार पत्रिका की एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि बीजेपी कम से कम 150 सांसदों के टिकिट काटकर उनकी जगह नए चेहरे मैदान में उतारेगी।
रिपोर्ट के अनुसार जिन सांसदों के टिकिट काटे जाने की खबर आ रही है उसमे विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, कानपुर से बीजेपी सांसद और वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी, उमा भारती, शांता कुमार, बीसी खंडूरी और करिया मुंडा जैसे नेताओं के नाम शामिल हैं।
रिपोर्ट में दावा किया गया है कि लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन, उमा भारती, कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह आदि ने पार्टी से पहले ही कह दिया है कि वे अगला लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगी। वहीँ पार्टी के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी का टिकिट भी कटेगा इसके बारे में अभी कोई जानकारी नहीं है।
वहीँ सूत्रों की माने तो बीजेपी के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी का भी टिकिट काटना तय हो चूका है। इसके अलावा आडवाणी के खास समर्थक माने जाने वाले फिल्म अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा और दरभंगा से सांसद कीर्ति आज़ाद का टिकिट भी काटना तय है।
सूत्रों ने कहा कि पार्टी द्वारा टिकिट काटे जाने की जानकारी लीक होने के बाद बीजेपी के कई सांसद स्थानीय दलों और कांग्रेस से सम्पर्क बनाना शुरू कर दिया है। सूत्रों की माने तो उत्तर प्रदेश से बीजेपी सांसद सावित्री बाई फुले सहित कई सांसदों के टिकिट काटे जा सकते हैं। सूत्रों ने कहा कि पार्टी ने उन सांसदों की एक सूची तैयार की है जो सार्वजनिक तौर पर पार्टी और सरकार की आलोचना करते रहे हैं।
फिलहाल देखना है कि आने वाले समय में बीजेपी का ऊँट किस करवट बैठता है। पार्टी कितने सांसदों का टिकिट काटती है और टिकिट काटने के बाद पार्टी में पैदा होने वाले आक्रोश को कैसे रोकती है।