जुलुस में संघ-बीजेपी नेताओं द्वारा हथियारों के प्रदर्शन पर ममता सख्त
कोलकाता। पश्चिम बंगाल में राम नवमी के मौके पर बीजेपी आरएसएस द्वारा कई जगह निकाले गए जुलूसों में हथियारों के प्रदर्शन पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि पुलिस की इजाजत के बिना जिन्होंने जुलुस में हथियार लिए थे उन राजनेताओं के खिलाफ कानून अपना काम करेगा।
उनकी चेतावनी के घंटे भर बाद कोलकाता और राज्य पुलिस ने स्वत: संज्ञान लेते हुए हथियारबंद रैली आयोजित करने वालों के खिलाफ मामले दर्ज किए। इसमें बीजेपी अध्यक्ष घोष के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है।
ममता ने बीजेपी पर बंगाल के लोगों का धुव्रीकरण करने का आरोप लगाया। ममता ने कहा, “यह कौन-सा बीजेपी का नया नाटक है। सभी चीजें ठीक हैं, लेकिन मैं राज्य में दंगा बर्दाश्त नहीं करूंगी। यदि कोई सामुदायिक दंगा भड़काने की कोशिश करता है तो उन्हें यह जिम्मेदारी लेनी पड़ेगी और इसके परिणाम का सामना करना होगा। “
फिर बीजेपी को कटघरे में खड़ा करते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि वह राजनीति के लिए धर्म की आड़ लेना बंद करे। पश्चिम बंगाल के बर्धमान को जिला घोषत किये जाने के अवसर पर आयोजित जनसभा में ममता बनर्जी ने कहा कि जो राजनेता जो पूजा के नाम पर हथियार लेकर घूम रहे हैं, वे सच्ची भारतीय संस्कृति से अनजान हैं।
ममता ने कहा कि बंगाल की संस्कृति तो छोड़िये बीजेपी के लोग देश की संस्कृति से भी अनजान हैं। उन्होंने कहा कि यदि वे सही से परंपरा और संस्कृति को जानते तो तलवार लेकर लोगों को डराने के बजाय मंदिर में भगवान की पूजा करते।