जीएसटी समारोह का बहिष्कार करेगा विपक्ष
नई दिल्ली। देशभर में जीएसटी लागू करने के लिए जहाँ सरकार एक बड़ा इवेंट करने जा रही है वहीँ विपक्ष अपने कड़े तेवर दिखाते हुए इस कार्यक्रम का बहिष्कार करने पर विचार कर रहा है। वस्तु व सेवा कर (जीएसटी) के शुरुआत का एलान करने के लिए मोदी सरकार एक बड़ा कार्यक्रम आयोजित करने जा रही है। इस कार्यक्रम में बॉलीवुड की तमाम बड़ी हस्तियों के अलावा एनडीए के घटक दलों के नेताओं के शामिल होने की सम्भावना है।
तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष और पश्चिम बंगाल मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पहले ही इस कार्यक्रम का बहिष्कार करने का एलान कर चुकी हैं। वहीँ बामपंथी नेता सीताराम येचुरी ने सरकार की मंशा पर सवाल उठाते हुए पूछा है कि जल्दबाजी क्यों की जा रही है? उन्होंने कहा कि जब व्यापारी हड़ताल कर रहे हैं तो जश्न मनाने का क्या औचित्य है?
कांग्रेस ने इस मामले में अभी कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं की है लेकिन विपक्ष की एकता के मद्देनज़र कांग्रेस भी विपक्ष के साथ मिलकर इसके बहिष्कार का एलान कर सकती है। कांग्रेस सूत्रों के अनुसार पार्टी इस मामले में गुरुवार को इस बारे में फैसला लेगी।
हालाँकि इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए सरकार की तरफ से पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और एचडी देवगौड़ा को व्यक्तिगत रूप से निमत्रण भेजकर उनसे मंच पर मौजूद रहे के लिए निवेदन किया गया है। कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने इस कार्यक्रम को मज़ाक बताया है, वे इस कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे।
प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस का कहना है कि संसद की विशेष बैठक का उद््घाटन राष्ट्रपति को करना चाहिए। कांग्रेस को आपत्ति इस बात पर है कि जीएसटी की घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे।
कांग्रेस प्रवक्ता सुरजेवाला ने कहा कि जीएसटी के लागू होने से व्यापार और उद्योग जगत ही नहीं, छोटे-मंझोले कारोबारियों का व्यापार भी प्रभावित होगा। कांग्रेस इसे गंभीर समस्या मान रही है और इसे लेकर गहरी चिंता जाहिर कर रही है। उसका मानना है कि जीएसटी लागू होने के शुरुआती महीनों में देश के कारोबार और व्यापार जगत में अफरा-तफरी रहेगी। महंगाई बढ़ने की आशंका भी है।