जाति को गठरी में बांधकर जमीन में गाड़ देना चाहिए: मीरा कुमार

जाति को गठरी में बांधकर जमीन में गाड़ देना चाहिए: मीरा कुमार

नई दिल्ली। विपक्ष की तरफ से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार मीरा कुमार ने कहा कि विपक्ष की पार्टियों ने सर्वसम्मति से उन्हें राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाने का फैसला किया है। सभी विपक्षी दलों की एकता समान विचारधारा पर आधारित है।

मंगलवार को प्रेस कांफ्रेंस के दौरान मीरा कुमार ने कहा कि ये चर्चा है कि दो दलित आमने-सामने हैं। उन्होंने कहा कि हम अभी तक ये तय कर रहे हैं कि समाज किस तरह सोचता है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति चुनाव में दलित का मुकाबला दलित से, जैसी चर्चाएं चल रही हैं, लेकिन जब उच्च जाति के उम्मीदवार होते हैं तो उनकी जाति की चर्चा नहीं की जाति। मीरा कुमार ने कहा कि जाति को जमीन में गाड़ देना चाहिए।

मीरा कुमार ने कहा कि लोकतांत्रिक मूल्यों, प्रेस की आजादी और पारदर्शिता, में उनकी गहरी आस्था है. उन्होंने कहा कि यह चुनाव विचारधारा का चुनाव है। उन्होंने कहा कि वे सभी से इसी आधर पर समर्थन मांगेंगी। नीतीश कुमार की पार्टी जेडी (यू) के समर्थन को लेकर मीरा कुमार ने कहा कि उन्होंने अभी इस बारे में तय नहीं किया है कि नीतीश कुमार से समर्थन की अपील करें या न करें।

हाल के दिनों में दलितों पर हुए हमलों की बाबत जब उनसे पूछा गया तो उन्होंने कहा, “यह बेहद शर्मनाक है।” हाल ही में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज द्वारा पोस्ट किए गए एक वीडियो को लेकर मीरा कुमार ने कहा, “सभी सांसदों ने लोकसभा की स्पीकर रहते मेरे काम करने के तरीके की सराहना की है, किसी ने भी पक्षपात का आरोप नहीं लगाया।”

गौरतलब है कि राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार मीरा कुमार को 17 विपक्षी दलों का समर्थन प्राप्त है। नीतीश कुमार की जनता दल (यू) ने मीरा कुमार की बजाया एनडीए के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार और बिहार के गवर्नर रह चुके रामनाथ कोविंद का समर्थन किया है।

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TeamDigital