जाकिर नाइक पर कसेगा शिकंजा, सरकार लगाएगी UAPA और NGO पर लगेगी पाबंदी

नई दिल्ली । केंद सरकार इस्लामिक उपदेशक ज़ाकिर नाइक पर शिकंजा कसने जा रही है । एक अंग्रेजी अख़बार में प्रकाशित एक रिपोर्ट को यदि सही माना जाए तो सरकार जाकिर नाइक के खिलाफ आतंकवाद से संबंधित मामलों में आरोपी या दोषी 50 से ज्यादा लोगों को आतंकवाद के लिए मोटिवेट करने के जुर्म में आतंकवाद निरोधी कानून के तहत चार्ज लगा सकती है। इसके आलावा नाइक के संगठन इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन को भी बैन करने की पूरी तैयारी कर ली गई है।

ख़बरों के मुताबिक इंटेलिजेंस ब्यूरो ने होम मिनिस्टर राजनाथ सिंह को नाइक की स्पीच की एक लिस्ट दी है, जिसे इस कार्रवाई से जोड़कर देखा जा रहा है। बता दें कि पहले भी आईएस में शामिल होने गए मुंबई के 4 स्टूडेंट भी नाइक को फॉलो करते थे। होम मिनिस्ट्री, सेना और महाराष्ट्र सरकार ने मिलकर नाइक पर गैरकानूनी गतिविधि निरोधक अधिनियम (UAPA) के तहत जिहादी आतंकियों को अपने भाषणों से भड़काने का आरोप लगाने का फैसला लिया है।

अंग्रेजी अख़बार की इस रिपोर्ट के मुताबिक कई आतंकी गतिविधियों में शामिल आतंकियों के बयान हैं जिन्होंने यह कबूल किया है कि नाइक के भाषणों ने उन्हें हिंसा के लिए प्रेरित किया था। बता दें कि मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर और बीजेपी सांसद सत्यपाल सिंह ने दावा किया है कि जाकिर नाइक धर्म परिवर्तन कराता है और लोगों को बरगलाता है। इसके लिए उसे विदेशों से फंडिंग भी होती है।

जांच के दायरे में आईआरएफ पर लगे जो अन्य आरोप हैं, उनमें विदेशों से मिले चंदे का पॉलिटिकल यूज, धर्मांतरण के लिए इंस्पायर्ड करने और टेरेरिज्म फैलाने के लिए यूज किया गया। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार केंद्र के अलावा महाराष्ट्र सरकार ने भी 50 साल के इस इस्लामी उपदेशक की स्पीच की सीडी की जांच के ऑर्डर दिए हैं। नाइक के खिलाफ जिन आतंकियों का स्टेटमेंट रिकॉर्ड किया गया है उनमें से एक आईआरएफ (इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन) का पूर्व कर्मचारी है।

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