जल्द हो सकती है शिवपाल की सपा में घर वापसी!
लखनऊ। लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी द्वारा बहुजन समाज पार्टी के साथ गठबंधन किये जाने के बावजूद करारी हार के बाद अब ऐसे संकेत मिले हैं कि अलग प्रोग्रेसिव समाजवादी पार्टी बनाकर लोकसभा चुनाव लड़ने वाले शिवपाल सिंह यादव की समाजवादी पार्टी में कभी भी घर वापसी हो सकती है।
समाजवादी पार्टी सूत्रों की माने तो सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव लोकसभा चुनाव में बसपा के साथ गठबंधन के पक्ष में नहीं थे लेकिन सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और सपा नेता रामगोपाल यादव चाहते थे कि बसपा से गठबंधन हो।
सूत्रों के मुताबिक सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव चुनाव से पहले तक यह कोशिश करते रहे कि किसी तरह शिवपाल को मनाकर वापस पार्टी में लाया जाए जिससे सपा के वोटों में बिखराव न हो।
सूत्रों ने कहा कि जब शिवपाल सिंह यादव ने फ़िरोज़ाबाद से सपा नेता रामगोपाल यादव के पुत्र अक्षय यादव के खिलाफ नामांकन किया उसी समय मुलायम सिंह यादव को यह अहसास हो गया था कि फ़िरोज़ाबाद सीट सपा के हाथ से निकल जाएगी।
सूत्रों ने कहा कि मुलायम सिंह चाहते थे कि शिवपाल को मनाकर उनकी पार्टी प्रोग्रेसिव समाजवादी पार्टी का सपा में विलय करा दिया जाए और दो तीन सीटें शिवपाल समर्थको को दे दी जाएँ लेकिन ऐसा नहीं हो सका।
समाजवादी पार्टी से मिले ताजा संकेतो के मुताबिक लोकसभा चुनाव में पार्टी की पराजय के बाद अब पार्टी की निगाहें 2022 के विधानसभा चुनावो पर लगीं हैं। लोकसभा चुनाव परिणाम आने के बाद स्वयं सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव भी कार्यकर्ताओं से विधानसभा चुनावो की तैयारी में लगने को कह चुके हैं।
इस सब से अलग सपा के सीनियर नेताओं का एक गुट चाहता है कि शिवपाल को पार्टी में वापस लाया जाए जिससे विधानसभा चुनाव में सपा के परम्परागत मतों का विभाजन रोका जा सके। सूत्रों की माने तो सपा नेताओं ने अखिलेश यादव से कहा कि विधानसभा चुनाव में बसपा से गठबंधन की उम्मीद लगाए रहना ठीक नहीं है। बसपा सुप्रीमो मायवती कभी भी अपने वादे से मुकर सकती है। इसलिए ज़रूरी है कि अकेले दम पर विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी की जाए।
वहीँ सूत्रों ने इस बात की भी पुष्टि की कि सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव भी यही चाहते हैं कि समाजवादी पार्टी 2022 के विधानसभा चुनाव अपने बुते लड़ें लेकिन उससे पहले शिवपाल सिंह यादव की सपा में घर वापसी हो जाये।
शिवपाल सिंह यादव की प्रोग्रेसिव समाजवादी पार्टी लोहिया का विलय सपा में होता है अथवा नहीं यह आने वाले दिनों में साफ़ हो जाएगा लेकिन फ़िलहाल समाजवादी पार्टी में शिवपाल यादव की घर वापसी को लेकर चर्चा जोरो पर है।