जम्मू-कश्मीर : सर्वदलीय बैठक में रो पड़ीं सीएम महबूबा मुफ्ती
श्रीनगर । जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती भी राज्य के हालात को लेकर बेहद संवेदनशील हैं । कश्मीर में पैदा हुए हिंसक माहौल की समीक्षा के लिए बुलाई गयी सर्वदलीय बैठक में महबूबा मुफ़्ती खुद को रोक नहीं सकीं और उनकी आँखों से आंसू छलक पड़े । उन्होंने पाकिस्तान के साथ वार्ता प्रक्रिया बहाल करने की भी हिमायत की।
महबूबा ने जम्मू-कश्मीर में मौजूदा स्थिति पर चर्चा के लिए एक सर्वदलीय बैठक को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘देश के राजनीतिक नेतृत्व को सभी हितधारकों को एक मंच पर लाना होगा और एक ऐसा एजेंडा आगे बढ़ाना होगा जो राजनीतिक रूप से समावेशी हो और विकासपरक हो ताकि जम्मू कश्मीर के समक्ष मौजूद चुनौतियों का हल हो सके।’’ उन्होंने कहा कि सरकार जम्मू कश्मीर की मौजूद समस्याओं और चुनौतियों के हल के लिए एक सहायक के रूप में काम करेगी बशर्ते कि सभी हितधारकों तक पहुंचने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं।
उन्होंने कहा, ‘‘युवाओं सहित सभी हितधारकों तक पहुंच कर ही जम्मू-कश्मीर के लिए एक नये भविष्य का खाका खींचा जा सकता है। युवाओं को बड़ी कीमत चुकानी होगी क्योंकि पिछले छह दशकों से राज्य में अनिश्चितता कायम है।’’ महबूबा ने कहा कि जम्मू कश्मीर के लोगों की आवाज सुनी जानी चाहिए और विश्वास बहाली के ठोस उपाय किए जाने चाहिए ताकि अलगाव और विश्वास के अभाव को दूर किया जा सके। तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह द्वारा गठित पांच कार्यकारी समूहों की सिफारिशों को लागू कर इस सिलसिले में एक शुरुआत की जा सकती है। उन्होंने पीडीपी-भाजपा के ‘एजेंडा ऑफ अलायंस’ की भी हिमायत की।
हाल के प्रदर्शन के दौरान लोगों की जानें जाने और घायल होने पर दुख जताते हुए महबूबा ने कहा कि जब अनिश्चितता और अशांति ने राज्य में समाज के सभी तबके को प्रभावित किया है, ऐसे में युवा इसके खास निशाना बनेंगे क्योंकि हिंसा ने समूची युवा पीढ़ी को अपनी गिरफ्त में ले लिया है।