जब से केंद्र में भाजपा की सरकार बनी है, गोमांस का एक्सपोर्ट 40 फीसद बढ़ गया
बिजनौर। उप्र के कैबिनेट मंत्री आजम खां ने फिर राजभवन को निशाना बनाते हुए कहा कि निकायों में गबन करने वाले अध्यक्षों पर कार्रवाई के लिए पेश किए गए बिल को राज्यपाल ने पास नहीं किया। ऐसे में वह बेईमानों को संरक्षण दे रहे हैं।
गंगा सफाई पर जो भी किया, हमने किया। प्रधानमंत्री ने एक पैसा भी गंगा सफाई के नाम पर नहीं दिया। जब से भाजपा की केंद्र में सरकार बनी है, गोमांस का एक्सपोर्ट 40 फीसद बढ़ गया है। अमर सिह की सपा में वापसी के सवाल पर उन्होंने कहा कि उनके आने से पार्टी को चुनाव में नुकसान होगा।
गुरुवार को सदर विधायक रुचि वीरा के आवास पर पत्रकारों से आजम खां ने कहा कि निकायों में गबन पर अधिकारियों पर तो कार्रवाई हो जाती है, लेकिन अध्यक्षों के खिलाफ कुछ नहीं होता। 60 साल से यही चला आ रहा है। अब अध्यक्षों की जवाबदेही तय करने के लिए बिल लाया गया तो राज्यपाल पास नहीं कर रहे हैं। बिल पास न करने से बेइमानों को ही संरक्षण मिल रहा है।
गंगा सफाई पर उन्होंने कहा कि इस अभियान पर केवल राज्य सरकार ने काम किया। केंद्र केवल दिखावा कर रहा है। उन्होंने तंज कसा कि गंगा सफाई के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अडानी को ठेका दे दें या फिर पाकिस्तान में नवाज शरीफ के अलावा जिन और लोगों से मिलें, उन्हें भी बुला सकते हैं।
बिलारी उपचुनाव में सपा प्रत्याशी मुहम्मद फहीम का नामांकन कराने आये आजम ने कहा कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर एक भी इल्जाम साबित कर दो तो मैं अपने इस “बेटे” का नाम वापस ले लूंगा। चुनाव में भाजपा कहीं मुकाबले में नहीं है।
विधायक हाजी मुहम्मद इरफान की 10 मार्च को सड़क हादसे में मौत के बाद बिलारी सीट पर उपचुनाव के लिए 16 मई को मतदान होगा। सपा ने मृतक के बेटे फहीम को प्रत्याशी बनाया है। कहा कि अगली सरकार सपा की नहीं बनी तो भाजपा से मिलीजुली बनेगी।