जन्म दिन पर दीजिये बधाई : बॉलीवुड के सबसे संजीदा अभिनेता माने जाते हैं नसीरुद्दीन शाह
ब्यूरो । बॉलीवुड एक्टर नसीरुद्दीन शाह का जन्म 20 जुलाई 2016 को हुआ था, आज वे अपना 67वां जन्मदिन मना रहे हैं। नसीरुद्दीन को बुालीवुड का सबसे संजीदा अभिनेता माना जाता हैं। वे बेहद सादगी पसंद इंसान हैं और किसी भी तरह के दिखावे में यकीन नहीं रखते ।
नसरुद्दीन शाह साफ़ बात कहने से नहीं चूकते और यही कारण है कि वे सिर्फ चुनिंदा फिल्में ही अभिनय के लिए स्वीकार करते हैं । उन्होंने अपने तीन दशक लंबे सिनेमा करियर में अबतक लगभग 200 फिल्मों में काम किया है और आज भी उसी जोशोखरोश के साथ फिल्म इंडस्ट्री में सक्रिय हैं। फिल्मों के अलावा उन्हें थिएटर से बेहद लगाव है ।
नसीर ऐसे ध्रुवतारे की तरह है जिन्होंने अपने सशक्त अभिनय से समानांतर सिनेमा के साथ-साथ व्यावसायिक सिनेमा में भी दर्शकों के बीच अपनी खास पहचान बनाई।
जन्म से ‘नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा’ में दाखिला लेने तक
20 जुलाई 1949 को उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में जन्मे नसीरूद्दीन शाह ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा अजमेर और नैनीताल से पूरी की। इसके बाद उन्होंने अपनी स्नातक की पढ़ाई अलीगढ़ मुस्लिम विश्विद्यालय से पूरी की। वर्ष 1971 में अभिनेता बनने का सपना लिये उन्होंने दिल्ली नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा स्कूल में दाखिला ले लिया।
निर्माता-निर्देशक श्याम बेनेगल ने दिया पहले ब्रेक
1975 में नसीरुद्दीन की मुलाकात जाने माने निर्माता-निर्देशक श्याम बेनेगल से हुई। श्याम बेनेगल उन दिनो अपनी फिल्म ‘निशांत’ बनाने की तैयारी में थे। श्याम ने नसीरुद्दीन शाह में एक उभरता हुआ सितारा दिखाई दिया और अपनी फिल्म में काम करने का अवसर दिया।
पांच लाख किसानों ने अपनी मजदूरी में से निर्माताओं को दो-दो रुपये दिए थे
1976 नसीरुद्दीन शाह के सिने करियर में अहम पड़ाव साबित हुआ। इस वर्ष उनकी ‘भूमिका’ और ‘मंथन’ जैसी सफल फिल्म प्रदर्शित हुई। दुग्ध क्रांति पर बनी फिल्म ‘मंथन’ में उनके अभिनय के नये रंग दर्शकों को देखने को मिले। इस फिल्म के निर्माण के लिए गुजरात के लगभग पांच लाख किसानों ने अपनी प्रतिदिन की मिलने वाली मजदूरी में से दो-दो रुपये फिल्म निर्माताओं को दिए और बाद में जब यह फिल्म प्रदर्शित हुई तो यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सुपरहिट साबित हुई।
बनाया अपना थिएयर ग्रुप
1977 में अपने मित्र बैंजमिन गिलानी और टॉम आल्टर के साथ मिलकर नसीरुद्दीन शाह ने मोंटेले प्रोडक्शन नामक एक थियेटर ग्रुप की स्थापना की जिसके बैनर तले सैमुयल बैकेट के निर्देशन में पहला नाटक ‘वेटिंग फार गोडो’ पृथ्वी थियेटर में दर्शको के बीच दिखाया गया।
‘स्पर्श’ में अंधे व्यक्ति के किरदार के लिए मिला था सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का राष्ट्रीय पुरस्कार
1979 मे प्रदर्शित फिल्म ‘स्पर्श’ में उनके अभिनय का नया आयाम दर्शकों को देखने को मिला। इस फिल्म में अंधे व्यक्ति की भूमिका निभाना किसी भी अभिनेता के लिए बहुत बड़ी चुनौती थी। चेहरे के भाव से दर्शकों को सब कुछ बता देना उनकी अभिनय प्रतिभा का ऐसा उदाहरण था, जिसे शायद ही कोई अभिनेता दोहरा पाए। इस फिल्म में उनके लाजवाब अभिनय के लिये उन्हें सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का राष्ट्रीय पुरस्कार दिया गया।
1980 में प्रदर्शित फिल्म ‘आक्रोश’ उनके करियर की महत्वपूर्ण फिल्मों में एक है। गोविन्द निहलानी निर्देशित इस फिल्म में नसीरुद्दीन शाह एक ऐसे वकील के किरदार में दिखाई दिए जो समाज और राजनीति की परवाह किए बिना एक ऐसे बेकसूर व्यक्ति को फांसी के फंदे से बचाना चाहता है। हालांकि इसके लिये उसे काफी दिक्कत का सामना करना पड़ता है।
कछुए की भूमिका भी निभा चुके हैं नसीर
1983 में नसीरुद्दीन शाह को सई परांजपे की फिल्म ‘कथा’ में काम करने का अवसर मिला। फिल्म की कहानी मे कछुए और खरगोश के बीच दौड की लड़ाई को आधुनिक तरीके से दिखाया गया था। फिल्म में फारूख शेख खरगोश की भूमिका में दिखाई दिए जबकि नसीरुद्दीन शाह कछुए की भूमिका में थे।
खलनायक की भूमिका से भी दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया
1994 में प्रदर्शित फिल्म ‘मोहरा’ में वह खलनायक का चरित्र निभाने से भी नहीं हिचके। इस फिल्म में भी उन्होंने दर्शकों का मन मोहे रखा। इसके बाद उन्होंने टक्कर, हिम्मत, चाहत, राजकुमार और सरफरोश और कृष जैसी फिल्मों में खलनायक की भूमिका निभाकर दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया।
पद्मश्री और पद्मभूषण भी सम्मानित नसीर को तीन बार मिल चुका है सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के फिल्म फेयर पुरस्कार
नसीरुद्दीन शाह के सिने करियर में उनकी जोड़ी स्मिता पाटिल के साथ काफी पसंद की गई। वह अबतक तीन बार सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के फिल्म फेयर पुरस्कार से सम्मानित किये जा चुके हैं। इन सबके साथ ही नसीरूद्दीन शाह तीन बार राष्ट्रीय पुरस्कार से भी सम्मानित किये गए है। फिल्म के क्षेत्र में उनके उल्लेखनीय योगदान को देखते हुए वह भारत सरकार की ओर से पद्मश्री और पद्मभूषण पुरस्कार से भी सम्मानित किये जा चुके है।