इस बार पलटी नहीं मारेंगे अन्ना, सौ प्रतिशत होगा मोदी सरकार के खिलाफ आंदोलन
नई दिल्ली। प्रमुख सामाजिक कार्यकर्त्ता अन्ना हज़ारे ने कहा है कि वे इस बार नहीं रुकेंगे, मोदी सरकार के खिलाफ इस बार उनका आंदोलन शत प्रतिशत शुरू होगा।
अन्ना हज़ारे ने कहा कि “मैं पलटी नहीं मारता था, नेता चालाकी से मुझे सभी मुद्दे पूरा करने को कहकर शांत करा देते थे। मुझे जनता में झूठा बनाने की ये उनकी सोची समझी तरकीब थी।”
आईएएनएस की खबर के मुताबिक अन्ना ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा उनके पत्र का जबाव न देने पर नाराज़गी ज़ाहिर करते हुए कहा कि बीजेपी सरकार तो कांग्रेस से भी ज़हरीली है।
अन्ना हज़ारे ने कहा कि कांग्रेस सरकार में कम से कम बात सुनी तो जाती थी, वह अलग बात है कि उस पर अमल नहीं होता था। लेकिन मोदी सरकार अपने घमंड में इतनी चूर हो गई है कि किसी से बात करना भी उचित नहीं समझती।”
आईएएनएस से बातचीत में अन्ना हज़ारे ने कहा कि “जिस उम्मीद के साथ देश की जनता ने नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री के तौर पर चुना था, उस पर वह खरा नहीं उतर सके। मौजूदा अर्थव्यवस्था डावांडोल हो गई है। काम-धंधे चौपट हो गए हैं। सरकारी कार्यालयों में बिना रिश्वत के काम नहीं होता।
उन्होंने कहा कि नोटबंदी के बाद मैंने सरकार के कई मंत्रियों से पूछा कि इससे विदेशों में जमा कितना काला धन भारत आया, तो कोई जबाव नहीं देता। अन्ना हज़ारे ने कहा कि ऐसे कई गंभीर मुद्दे हैं, जिनका मैं जवाब मांगता रहा हूं, लेकिन कोई जबाव देने को राजी नहीं। शायद प्रधानमंत्री ने मुझसे बात करने के लिए सभी को मना कर दिया है।
जब अन्ना हज़ारे से पूछा गया कि क्या उन्होंने आंदोलन शुरू करने की कोई तारीख तय कर ली है तो उन्होंने कहा कि “इस साल दिसंबर के अंत में या शुरुआती साल के पहले महीने में मैं फिर से आपको रामलीला मैदान में बैठा दिखाई दूंगा।..और मुझे यह भी पता है कि इस बार आंदोलन को असफल बनाने के पूरे प्रयास किए जाएंगे। रामलीला मैदान में लोगों को पहुंचने से भी रोका जाएगा। मेरे पास इस तरह की खबरें आ रही हैं।”
जब अन्ना हज़ारे से पूछा गया कि वे अपने आंदोलन में इस बार भी अरविन्द केजरीवाल या उनकी टीम के सदस्यों को शामिल करेंगे तो अन्ना हज़ारे ने इससे इंकार करते हुए कहा कि उनको जो हासिल करना था, उन्होंने हासिल कर लिया। लोकपाल बनाने की पहली मांग अरविंद की थी, पर दिल्ली के मुख्यमंत्री बनने के बाद वह पलटी मार गए। आज वह इस मुद्दे पर बात करना भी मुनासिब नहीं समझते।
टीम केजरीवाल के बारे में अन्ना हज़ारे ने कहा कि उनके दूसरे साथी जो राजनीति को कभी कीचड़ कहते थे, आज सभी उसी दलदल में समाए हुए हैं। उन सबका मकसद राजनीति में ही जाना था, जिसे मैं भांप नहीं पाया लेकिन आगामी आंदोलन में उनको शामिल नहीं किया जाएगा। सबको दूर रखा जाएगा।