जनता दल यूनाइटेड का दो फाड़ होना तय, अली अनवर के बाद शरद यादव पर होगी कार्रवाही
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नई दिल्ली। बिहार में महागठबंधन टूटने के बाद जनता दल यूनाइटेड में पैदा हुई दरार के बाद अब पार्टी दो फाड़ होने के कगार पर पहुँच गयी है। जदयू नेता शरद यादव के करीबी माने जाने वाले सांसद अली अनवर को जदयू से निलंबित करके नीतीश कुमार ने यह जता दिया है कि अगला नंबर शरद यादव का होगा।
संसद के मॉनसून सत्र के आखिरी दिन सोनिया गांधी की तरफ से बुलाई गयी बैठक में जेडीयू सांसद अली अनवर शमिल हुए थे। ज़ाहिर है वह शरद यादव की गैर मौजूदगी में उनके प्रतिनिधि के तौर पर बैठक में शामिल हुए थे।
वहीँ बिहार में जदयू के वरिष्ठ नेता शरद यादव अपने जन संवाद कार्यक्रम के माध्यम से जदयू कार्यकर्ताओं और बिहार की जनता को यह बता रहे हैं कि जनता ने जनादेश महागठबंधन को सरकार बनाने के लिए दिया था। ऐसे में नीतीश कुमार द्वारा महागठबंधन तोड़कर बीजेपी से हाथ मिला लेना जनादेश का अपमान ही नहीं बल्कि जनता से गद्दारी भी है।
एक सभा में शरद यादव ने कहा कि गठबंधन टूटने और फिर अलग पार्टी के समर्थन से सरकार बनाने की घटना से लोकतंत्र में विश्वास पर संकट पैदा हो गया है। शरद ने कहा कि 70 साल के इतिहास में कभी ऐसा नहीं हुआ कि दो दल आमने-सामने लड़े हों और फिर बीच में ही मिल गए हों।
इस बीच के सी त्यागी ने शुक्रवार को कहा, “शरद जी पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं। 19 अगस्त को पार्टी की नेशनल एक्ज़ेक्यूटिव की बैठक है एनडीए के साथ सरकार बनाने के नीतीश कुमार के फैसले को एंडोर्स करने के लिए शरद जी आएंगे और अपनी बात रखेंगे तो हमें प्रसन्नता होगी।”
वहीँ नीतीश कुमार शुक्रवार को ही प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात के बाद कह चुके हैं कि शरद यादव अपना निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र हैं और बीजेपी के साथ जाने का जो फैसला उन्होंने लिया ता वो सबकी सहमति से लिया था। साफ है, पार्टी 19 तारीख की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक का इंतज़ार कर रही है। शरद यादव अगर इस बैठक में शामिल नहीं होते हैं तो उनके खिलाफ भी अनुशासनात्मक कार्रवाई की शुरुआत हो सकती है।