छत्तीसगढ़ में फंस सकता है पेंच, राजस्थान- मध्य प्रदेश में बीजेपी की उलटी गिनतियाँ शुरू
नई दिल्ली। आज राजस्थान और तेलंगाना में मतदान सम्पन्न होने के साथ ही पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव का काम पूरा हो गया है। चुनाव सम्पन्न होने के बाद मीडिया के एग्जिट पोल अलग अलग बातें कही गयीं हैं।
जहाँ मध्य प्रदेश को लेकर आये कुल आठ एग्जिट पोल में से चार एग्जिट पोल बीजेपी की जीत का दावा कर रहे हैं वहीँ अन्य चार एग्जिट पोल कांग्रेस की जीत होने की बात कह रहे हैं।
वहीँ चुनावी विश्लेषकों की माने तो मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में बीजेपी की उलटी गिनतियाँ शुरू हो चुकी हैं। विश्लेषकों के मुताबिक सिर्फ छत्तीसगढ़ में पेंच फंस सकता है और संभावना है कि कांग्रेस छत्तीसगढ़ में कर्णाटक जैसा प्रयोग करते हुए अजीत जोगी के साथ मिलकर सरकार बना ले।
विश्लेषकों के अनुसार छत्तीसगढ़ में कांटे की टक्कर है और कांग्रेस बीजेपी दोनों को बहुमत न मिलने की दशा में अजित जोगी किंग मेकर साबित हो सकते हैं। हालाँकि अजित जोगी बसपा गठबंधन को 10 से भी कम सीटें मिलेंगी लेकिन इसके बावजूद वे किंग मेकर की भूमिका में हो सकते हैं।
छत्तीसगढ़ में बीजेपी को सत्ता से रोकने के लिए कांग्रेस अजीत जोगी को मुख्यमंत्री पद देकर उप मुख्यमंत्री पद अपने पास रख सकती है और साथ ही मिली जुली सरकार बना सकती है।
वहीँ दूसरी तरफ राजस्थान को लेकर चुनाव विश्लेषकों का मानना है कि यहाँ कांग्रेस पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता में आ रही है। विश्लेषकों के मुताबिक बीजेपी को 50 या उससे कम सीटें मिलेंगी। वहीँ कांग्रेस 140 से 150 सीटों का आंकड़ा पार कर सकती है।
तेलंगाना को लेकर चुनाव विश्लेषको का कहना है कि तेलंगाना में कांग्रेस टीडीपी का प्रदर्शन पिछले चुनावो से बेहतर रहेगा लेकिन टीआरएस को एक बार फिर सरकार बनाने का मौका मिल सकता है। वहीँ तेलंगाना में बीजेपी के लिए इस बार खाता खुलना भी मुश्किल हो सकता है।
फिलहाल सभी की नज़रें 11 दिसंबर पर लगी हैं जब पांच राज्यों के विधानसभा चुनावो के परिणाम घोषित किये जायेंगे। चुनावी विश्लेषको का मानना है कि यदि मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ और राजस्थान में बीजेपी की पराजय हुई तो निश्चित रूप से उसके एक बार अपनी रणनीति पर पुनः विचार करना होगा।
चुनाव विश्लेषकों के मुताबिक अगले कुछ महीनो बाद ही देश में आम चुनाव भी होने है और ऐसे में बीजेपी को पूरा ध्यान आने वाले लोकसभा चुनावो पर लगाना पड़ेगा।