चुनाव से क्यों भाग रहे बीजेपी नेता, अभी और भी नेता कर सकते चुनाव लड़ने से इंकार !
नई दिल्ली। अगले वर्ष होने जा रहे लोकसभा चुनावो से पहले बीजेपी के दो कद्दावर नेताओं ने चुनाव लड़ने से इंकार कर दिया है। वहीँ माना जा रहा है कि अभी कुछ अन्य बीजेपी नेता भी आगामी लोकसभा चुनाव लड़ने से इंकार कर सकते हैं।
हालाँकि विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने अपने चुनाव न लड़ने के पीछे स्वास्थ्य कारणों को वजह बताई है वहीँ दूसरी तरफ पार्टी की कद्दावर नेता उमा भारती ने चुनाव न लड़ने के पीछे राम मंदिर और गंगा पर फोकस करना बताया है।
वहीँ दूसरी तरफ यह ख़बरें भी सामने आ रही हैं कि बीजेपी में पीएम मोदी और अमित शाह की जोड़ी अगले लोकसभा चुनाव में करीब दो दर्जन बीजेपी नेताओं को टिकिट न देने का मन बना चुकी है।
खबरों की माने तो जिन नेताओं को टिकिट न देने का तय किया गया है उनमे अधिकांश बीजेपी के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी के करीबी बताये जाते हैं। सूत्रों की माने तो जिन नेताओं को आगामी लोकसभा चुनाव में टिकिट नहीं दिया जाएगा उनमे लाल कृष्ण आडवाणी का नाम भी शामिल है। वे गुजरात के गांधी नगर से सांसद हैं।
सूत्रों के मुताबिक टिकिट कटने की भनक लगने के बाद अपमान से बचने के लिए ही चुनाव से पहले कई बीजेपी नेता चुनाव न लड़ने का एलान कर सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक जिन बीजेपी नेताओं के टिकिट काटे जाने हैं उनमे सभी 60 से 70 वर्ष से अधिक की उम्र के हैं।
सूत्रों की माने तो 2019 में बीजेपी नए और युवा चेहरों पर बड़ा दांव खेल सकती है। यही कारण है कि बीजेपी ने पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में मध्य प्रदेश और राजस्थान में कई बीजेपी विधायकों के टिकिट काट दिए और उनकी जगह नए चेहरों को मैदान में उतारा है।
सूत्रों के मुताबिक बीजेपी आलाकमान उन सभी नेताओं के टिकिट काट सकता है जिन्होंने 2014 से लेकर अब तक अनावश्यक बयान देकर सुर्खियां बटोली हैं। इनमे केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, सतपाल सिंह, साक्षी महाराज आदि के नाम प्रमुखता से शामिल हो सकते हैं।
सूत्रों की माने तो पांच राज्यों के विधानसभा चुनावो के परिणाम के बाद बीजेपी 2019 के चुनावो के लिए अपनी रणनीति तय करेगी लेकिन फ़िलहाल यह तय माना जा रहा है कि बीजेपी सांसद लालकृष्ण आडवाणी, मुरलीमनोहर जोशी, कालराज मिश्र जैसे बड़े नेताओं के टिकिट भी काट जा सकते हैं।