उन्नाव रेप केस: चश्मदीद गवाह की संदिग्ध मौत, बिना पोस्टमॉर्टम दफनाने पर उठे सवाल
नई दिल्ली। उन्नाव रेप केस में अब एक नया मोड़ आ गया है। इस केस में आरोपी उन्नाव के बांगरमऊ से बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर जेल में हैं। बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर से जुड़े रेप और हत्या के मामले में चश्मदीद गवाह यूनुस की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत होने के बाद उसे बिना पोस्टमॉर्टम जल्दबाज़ी में दफना दिया गया।
यूनुस उन्नाव रेप केस में मुख्य गवाह था। अब यूनुस की मौत के बाद पीड़िता के चाचा ने एसपी उन्नाव हरीश कुमार से मृतक का पोस्टमार्ट्म कराए जाने की गुहार लगाई है।
हालाँकि अभी तक यूनुस के परिजनों की तरफ से पुलिस में कोई तहरीर नहीं दी गयी लेकिन पुलिस का दावा है कि यूनुस को पेट संबधी कोई बीमारी थी और उसकी मौत बीमारी से हो सकती है।
वहीँ दूसरी तरफ पीड़िता के चाचा का आरोप है कि पीड़िता से रेप और उसके पिता की हत्या के मामले में यूनुस चश्मद्दी गवाह था। पीड़िता के चाचा के अनुसार यूनुस को कोई ऐसी बीमारी नहीं थी। इसलिए चश्मद्दी गवाह यूनुस की मौत किसी साजिश का हिस्सा भी हो सकती है।
पीड़िता के चाचा ने कहा कि रेप मामले में दोषी पाए गए बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के इशारों पर ही सब कुछ हो रहा है और उसे जहर देकर मारा गया है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी आज इस मामले को ट्वीट करके उठाया है।
पुलिस ने बताई दूसरी कहानी:
वहीँ इस मामले में पुलिस का कहना है कि मृतक यूनुस की पत्नी सबीना खातून ने पुलिस को लिख कर दिया है कि उसका पति यूनुस 2012 से लीवर की बीमारी से पीड़ित था तथा एक महीने पूर्व ही डॉक्टरों ने जबाव दे दिया था कि मृतक यूनुस के बचने की कोई उम्मीद नहीं है।
पुलिस के अनुसार इसके बाद मृतक की पत्नी उसे घर ले आयी थी और यूनुस की मौत 18 अगस्त को हो गयी। मृतक की पत्नी ने यह भी कहा कि उसे पति की मौत को लेकर किसी के ऊपर कोई शक नहीं है। पुलिस के अनुसार सबीना ने ये भी कहा कि उसे महेश सिंह (रेप पीड़िता का चाचा) नामक व्यक्ति ने कहा था कि यदि वह कागज पर दस्तखत करदे तो उसे आठ लाख मिलेंगे।
अब पुलिस मृतक की पत्नी के आरोपों को लेकर जांच शुरू करेगी। उन्नाव के पुलिसअधीक्षक ने बताया कि इस मामले की जांच सीओ सफीपुर को सौंपी गयी है।