चरखा विवाद पर महात्मा गांधी के प्रपौत्र का पलटवार “हाथ में चरखा, दिल में नाथूराम”

नई दिल्ली । खादी ग्रामोद्योग के नव वर्ष 2017 के केलेंडर में राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी की तस्वीर की जगह पीएम नरेंद्र मोदी की तस्वीर लगाए जाने से नाराज़ महात्मा गाँधी के प्रपौत्र तुषार गांधी ने पलटवार करते हुए कहा कि “हाथ में चरखा, दिल में नाथूराम।”

तुषार गांधी ने याद दिलाया कि प्रधानमंत्री पॉलीवस्त्रों (पॉलीयस्टरीन) के प्रतीक हैं जबकि बापू (महात्मा गांधी) ने अपने बकिंघम पैलेस की यात्रा के दौरान भी खद्दर (खादी) पहनी थी न कि 10 लाख रुपये का सूट।

तुषार गांधी ने खादी ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी) को बंद करने की मांग करते हुए अपने ट्वीट में लिखा कि हाथ में चरखा, दिल में नाथूराम, टीवी पर ईंट का जवाब पत्थर से देने में कोई बुराई नहीं है।

तुषार गांधी ने एक अन्य ट्वीट में महात्मा गांधी के 1931 की ब्रिटेन की यात्रा का याद दिलाते हुए कहा कि जब उन्होंने ब्रिटेन के सम्राट जॉर्ज पंचम और महारानी मैरी से मुलाकात की थी, उस समय उन्होंने खादी की धोती और शॉल पहन रखा था। दूसरी ओर नरेंद्र मोदी ने जनवरी 2015 में अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की भारत यात्रा के दौरान बेहद महंगा विवादित सूट पहना था।

तुषार गाँधी ने एक ट्वीट में महात्मा गाँधी को संबोधित करते हुए लिखा “तेरा चरखा ले गया चोर, सुन ले ये पैगाम, मेरी चिट्ठी तेरे नाम। पहले, 2000 रुपये के नोट पर बापू की तस्वीर गायब हो गई, अब वह खादी ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी) की डायरी-कैलेंडर से गायब हो गए हैं। बापू की जगह पर 10 लाख रुपये का सूट पहनने वाले प्यारे प्रधानमंत्री की तस्वीर लगी है।”

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