गौ सेवा आयोग में गबन: गौ सेवा के नाम पर 13 लाख रुपये हजम
चंडीगढ़। हरियाणा सरकार के गौ सेवा आयोग में गबन किये जाने का मामला प्रकाश में आने से आयोग के आचरण पर सवालिया निशान पैदा हो गए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार गौ सेवा कल्याण बोर्ड के एक सदस्य पर संस्था का अध्यक्ष रहने के दौरान करीब 13 लाख रुपये का गबन किये जाने का मामला सामने आया है।
अंग्रेजी दैनिक द टेलीग्राफ की रिपोर्ट के अनुसार पूरे राज्य में गौशालाएं चलाने वाले बोर्ड के पूर्व प्रमुख योगेंद्र आर्य हरियाणा गौ सेवा आयोग के सदसय् हैं। साल 2012 में वो आर्य समाज द्वारा चलाए जाने वाले हरियाणा राज्य गौशाला संघ के प्रमुख थे।
योगेंद्र आर्य पर जनवरी 2012 से सितंबर 2012 के बीच गौशाला संघ के बैंक खाते से 11.68 रुपये निकालने का आरोप है। आर्य पर गौशाला के लिए चंदे के रूप में इकट्ठा हुए 1.12 लाख रुपये न जमा करने का भी आरोप है। गौशाला संघ पूरे हरियाणा में करीब 225 गौशालाएं चलाता है।
योगेंद्र आर्य के खिलाफ मामला तब दर्ज हुआ जब गौशाला संघ के वर्तमान प्रमुख शमशेर सिंह आर्य ने इस बाबत शिकायत दर्ज करायी। अपनी शिकायत में शमशेर आर्य ने योगेंद्र आर्य की गौसेवा आयोग की सदस्यता समाप्त करने की भी मांग की है। गौसेवा आयोग का गठन राज्य के वर्तमान मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने किया है।
बता दें कि करीब एक महीने पहले हरियाणा के कुरुक्षेत्र में 35 गायें मर गई थीं। एक रिपोर्ट के अनुसार ये गायें चारे, पानी और आश्रय के अभाव में मर गईं। गायों की मौत के बाद ही आर्य पर मुकदमा दर्ज किया गया था।