गौरक्षक दल के नाम पर गुंडई : ड्राइवर और हेल्पर को खिलाया ‘गोबर और गोमूत्र’ का घोल
गुरुग्राम । हरियाणा में बीफ ले जा रहे दो लोगों को गाय का गोबर, दही, घी खिलाने और गोमूत्र व दूध पिलाने का मामला सामने आया है। घटना करीब 15 दिन पहले की है और गौ रक्षक दल के सदस्यों ने ऐसा किया। लेकिन यह खबर अचानक मीडिया में आने से हड़कम्प मच गया है । गुड़गांव गौ रक्षक दल के अध्यक्ष धर्मेंद्र यादव ने बताया कि उन्होंने दो लोगों रिजवान और मुख्तियार को 10 जून को पंचगव्य खिलाया।
हिंदी दैनिक जनसत्ता के अनुसार ‘यादव के अनुसार बीफ ले जाने की जानकारी मिलने के बाद कार्यकर्ताओं ने कुंडली-मानेसर-पलवल एक्सप्रेस वे पर गाड़ी को रोका। इसमें 700 किलो बीफ मेवात से दिल्ली ले जाया जा रहा था। धर्मेंद्र ने माना है कि उनके दल ने रिजवान और मुख्तैर नाम के दोनों लड़कों को पंचगव्य (गाय के गोबर, गोमूत्र, दूध, दही और घी का मिश्रण) खाने के लिए मजबूर किया था। यादव कहते हैं कि उन्हें इस बात का कोई अंदाजा नहीं है कि यह वीडियो किसने बनाया।’
उन्होंने बताया कि हमने बीफ से भरी कार का तकरीबन 7 किलोमीटर तक पीछा किया जिसके बाद बदरपुर बॉर्डर के पास उसे पकड़ लिया। गाड़ी की तलाशी लेने पर हमें पता चला कि उसमें 700 किलो बीफ था। इसके बाद हमने उन्हें सबक सिखाने के लिए पंचगव्य खिलाया और उनका शुद्धिकरण किया।
खबर के अनुसार जो वीडियो शूट हुआ है उसमें कार को पकड़े जाने के बाद के दृष्य हैं। वीडियो में दिखाई दे रहा है कि दो लोग सड़क के किनारे गोबर के मिश्रण को सामने रख कर बैठे हैं और पानी की मदद से उसे जैसे तैसे खाने की कोशिश कर रहे हैं। गौरक्षा दल के स्वयंसेवक उन्हें जल्दी करने को कह रहे हैं। वे बीच-बीच में उन्हें ‘गौ माता की जय’ और ‘जय श्री राम’ के नारे लगाने को कह रहे हैं, और दोनों लोग मिश्रण को मुश्किल से निगलने की कोशिश करते हुए नारे लगा रहे हैं।
इस सारे घटनाक्रम के बाद गौरक्षा ने इन दोनों लोगों को फरीदाबाद पुलिस स्टेशन में दे दिया। थाने के एसएचओ अनिल कुमार ने बताया कि इन दोनों की 10 जून को गिरफ्तारी की गई थी। उन्होंने कहा, “हमने कार के ड्राइवर और हेल्पर को गिरफ्तार कर लिया था दोनों अभी न्यायिक हिरासत में हैं। गाड़ी में मौजूद बीफ के गोमांस होने की पुष्टि की जा चुकी है। हालांकि फरीदाबाद पुलिस पीआरओ सूबे सिंह ने कहा कि हमें किसी भी ऐसे वीडियो की जानकारी नहीं है जिसमें गिरफ्तार लोगों को गाय का गोबर खाने के लिए मजबूर किया गया हो। हमें नहीं पता कि यह घटना कब हुई और इसमें कौन-कौन शामिल था। यदि ऐसी कोई घटना हुई है तो इसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।