गोरखपुर के सांसद ने योगी सरकार पर काम नहीं करने देने का लगाया आरोप

गोरखपुर के सांसद ने योगी सरकार पर काम नहीं करने देने का लगाया आरोप

गोरखपुर. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के गढ़ गोरखपुर से सांसद प्रवीण कुमार निषाद और उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के क्षेत्र फूलपुर से सांसद नागेंद्र सिंह पटेल ने आरोप लगाया है कि योगी सरकार उन्हें काम नहीं करने दे रही है.

दोनों सांसदों ने एक समाचार चैनल से बातचीत करते हुए बताया कि सत्ता के दबाव में अधिकारी उनकी सुनते नहीं. बता दें कि गोरखपुर के सांसद निषाद पेशे से मैकेनिकल इंजीनियर हैं.

करीब 29 साल से इस सीट पर काबिज गोरखनाथ पीठ के चुनावी तिलिस्म को 29 साल के इस इंजीनियर ने तोड़ा जरूर है, लेकिन अब उसके सामने वहां पर काम करवाने की चुनौती है.

दलित, निषाद, यादव और मुस्लिम की सोशल इंजीनियरिंग से उन्होंने वो कर दिखाया जिससे राष्ट्रीय राजनीति में अब तक चर्चा हो रही है. जिस सीट पर योगी आदित्यनाथ 1989 से 2017 तक लगातार सांसद रहे, उसे छीन लिया. बातचीत के कुछ खास अंश आगे प्रस्तुत है:

सवाल: योगी के गढ़ से सांसद बनने के बाद आपने क्या काम किया?

प्रवीण कुमार: पहले हमारी सीट से सांसद रहे योगी आदित्यनाथ मुझे वहां काम नहीं करने दे रहे हैं. यूपी में बीजेपी की सरकार है. उसके सीएम योगी जी हैं. केंद्र में भी बीजेपी सरकार है.

मैं समाजवादी पार्टी से सांसद हूं इसलिए मुझे काम नहीं करने दिया जा रहा है. जबकि मैं तो सांसद बनने के बाद बाबा गोरखनाथ का आशीर्वाद लेने गोरखनाथ मंदिर भी गया था. योगी जी आप सीएम हैं, मेरा संसदीय क्षेत्र भी तो आपका ही है.

सवाल: आपको काम करने में दिक्कत क्या हो रही है?

प्रवीण कुमार: मेरी बात न तो डीएम सुनते हैं और न एसपी. प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी सब सरकार के दबाव में हैं. अधिकारी भाजपा और योगी सेवक हो गए हैं.

मेरी बात कोई सुनता नहीं. जबकि मुझे जनता ने चुनकर भेजा है. अधिकारी मेरा फोन तक नहीं उठाते. कभी उठा भी लिया तो समस्या का समाधान नहीं करते.

जनहित के मसलों पर मैं डीएम, एसएसपी सबको लिखता हूं, लेकिन वे दबाव में न तो कोई जवाब देते हैं और न कार्रवाई करते हैं. मैंने इस बारे में लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन को पत्र लिखा है. उम्मीद है कि अब अधिकारी सुनेंगे. वरना जनता 2019 में सबक सिखाएगी.

सवाल: इस बारे में आपने योगी आदित्यनाथ से मुलाकात या बात की?

जवाब: नहीं. लेकिन मैं सांसद बनने के बाद गोरखनाथ मंदिर में आशीर्वाद लेने जरूर गया था. मैंने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को अपनी समस्या से अवगत करवा दिया है.

उन्होंने कहा है कि धीरे-धीरे सब ठीक हो जाएगा. मैंने सांसद के तौर पर योगी जी के कार्यकाल में मिले बजट की जानकारी मांगी है लेकिन उसे नहीं दिया जा रहा है. मेरे नाम से अभी कोई बजट नहीं आया है.

सवाल: जनता ने आपको इसलिए चुना ताकि आप वहां विकास करवा पाएं और आप कह रहे हैं कि सरकार काम ही नहीं करने दे रही है फिर दोबारा कैसे वोट मांगेंगे?

प्रवीण कुमार: मैं तो अब जनता के बीच जाकर बता रहा हूं कि मैं विकास कार्य करवाना चाहता हूं लेकिन योगी जी ऐसा नहीं चाहते. पार्टी से ऊपर उठकर काम करना होगा.

हमारे क्षेत्र की कैंपियरगंज विधानसभा में एक बांध के चौड़ीकरण के नाम पर लोगों को उजाड़ा जा रहा है जबकि पहले बसाने की व्यवस्था होनी चाहिए. मैं जनता के मसलों को उठाता रहूंगा.

सवाल: आपके पिता डॉ. संजय निषाद ‘निर्बल इंडियन शोषित हमारा आम दल’ यानी NISHAD पार्टी चलाते हैं. 2019 के लोकसभा चुनाव में यहां से कौन प्रत्याशी होगा. निषाद पार्टी का या फिर सपा-बसपा का?

प्रवीण कुमार: मैं किसी एक पार्टी का प्रत्याशी नहीं था. मैं सपा-बसपा-निषाद पार्टी और पीस पार्टी गठबंधन का प्रत्याशी था और गठबंधन से ही सांसद हूं. 2019 में गोरखपुर से कौन चुनाव लड़ेगा ये इन पार्टियों के वरिष्ठ नेता तय करेंगे. ये तय है कि यहां से गठबंधन ही जीतेगा.

कभी जवाहरलाल नेहरू की सीट रही फूलपुर के सांसद बने नागेंद्र सिंह पटेल का कहना है कि अधिकारियों से कोई सहयोग नहीं मिल रहा है, वे या तो सत्ता के दबाव में हैं या फिर भेदभाव कर रहे हैं.

मीटिंग बुलाता हूं तो कोई आता नहीं. फोन करता हूं तो अधिकारी उठाते नहीं. जबकि मैं जनता का चुना हुआ प्रतिनिधि हूं. अभी मेरे पास सांसद निधि का कोई फंड नहीं है.

उन्होंने कहा कि हो सकता है एक माह में पैसा आ जाए. लेकिन उससे ज्यादा जरूरी है कि अधिकारी सुनें और जनता की समस्याओं पर कार्रवाई करें. मैं केशव प्रसाद मौर्य या फिर किसी और का नाम नहीं लूंगा कि किसके दबाव में आकर अधिकारी नहीं सुन रहे हैं लेकिन इतना जरूर कहूंगा कि यदि ऐसा ही चलता रहा तो मुझे भी पत्र लिखकर इस रवैये की शिकायत करनी पड़ेगी.

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