गुरुदासपुर जीत से गदगद कांग्रेस अब हिमाचल में झोंकेगी पूरी ताकत
नई दिल्ली : गुरुदासपुर लोकसभा उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी को चारो खाने चित करने के बाद अब कांग्रेस की नज़र हिमाचल चुनाव पर टिकी है. हिमाचल प्रदेश में सत्ता में वापसी के लिए कांग्रेस पूरी ताकत झोंकने की तैयारी में है. कांग्रेस सूत्रों की माने तो गुरुदासपुर में मिली बड़ी जीत की धमक हिमाचल तक पहुंची है जिसका पार्टी को फायदा होगा.
सूत्रों के अनुसार कांग्रेस का मानना है कि यदि हिमाचल में बीजेपी को रोक दिया तो गुजरात में रोकना आसान हो जायेगा. सूत्रों ने कहा कि पार्टी नेताओं का मानना है कि हिमाचल में कांग्रेस की वापसी से पूरे देश में कांग्रेस के पक्ष में एक बड़ा सन्देश जायेगा. वहीँ हिमाचल में पार्टी अगर सत्ता में वापस लौटती है तो ये मोदी सरकार की नीतियों के खिलाफ एक बड़ा सन्देश होगा जो गुजरात तक जाएगा.
सूत्रों ने कहा कि हिमाचल में जीत दर्ज कराने के लिए कांग्रेस ने अपनी रणनीति में परिवर्तन किया है. सूत्रों ने कहा कि हिमाचल में कांग्रेस को जिताने के लिए पार्टी ने पंजाब के मुख्यमंत्री केप्टन अमरेन्द्र सिंह की भी बड़ी भूमिका तय की है. इतना ही नहीं राज्य में सत्ता में वापसी के लिए पार्टी ने पूरी ताकत झोंकने का फैसला लिया है.
सूत्रों ने कहा कि पार्टी आलाकमान अब यह महसूस कर रहा है कि विधानसभा चुनावो में क्षेत्रीय नेताओं को अगली पंक्ति में खड़ा करना होगा. सूत्रों ने कहा कि यही कारण है कि हिमाचल प्रदेश में उम्मीदवारों के चयन में बड़ी भूमिका स्वयं मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह निभा रहे हैं.
सूत्रों ने कहा कि हालाँकि स्क्रीनिंग कमेटी नामो को फायनल कर रही है लेकिन उम्मीदवारों के चयन में अंतिम फैसला स्वयं वीरभद्र सिंह ही ले रहे हैं. सूत्रों ने कहा कि मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने पार्टी आलाकमान को आश्वस्त किया है कि वे राज्य में एक बार फिर कांग्रेस की वापसी के लिए कोई कसर नही छोड़ेंगे.
जहाँ तक चुनाव का सवाल है तो राज्य में कांग्रेस और बीजेपी के बीच कांटे की टक्कर बताई जाती है. जानकारों की माने तो कांग्रेस की ज़रा सी चूक बीजेपी को बड़ा फायदा दे सकती है. संभवतः इसीलिए कांग्रेस अपने चुनावी अभियान को फूंक फूंक कर कदम रखने जैसा चला रही है.