गुजरात : भाजपा को सता रहा हार का भय, आनंदीबेन की होगी छुट्टी !
अहमदाबाद । बीजेपी को अगले साल गुजरात में होने वाले विधानसभा चुनाव में हार का डर सताने लगा है। यही कारण है कि पार्टी को लग रहा कि आनंदीबेन पटेल की अगुवाई में उन्हें राज्य में नुकसान उठाना पड़ सकता है। सूत्रों के अनुसार आगामी विधानसभा चुनावों में पराजय के डर के चलते बीजेपी हाईकमान राज्य में सत्ता परिवर्तन की तैयारी करने जा रहा है।
सूत्रों के हवाले से ख़बर है कि अगले सीएम की रेस में नितिनभाई पटेल का नाम सबसे आगे है जो फिलहाल गुजरात में स्वास्थ्य मंत्रालय के अलावा कई अहम काम देख रहे हैं। उन्होंने पिछले हफ्ते पीएम से दिल्ली में मुलाकात भी की थी।
गौरतलब है कि दो साल पहले जब मोदी ने दिल्ली की कुर्सी संभाली थी, तब उन्होंने ही आनंदीबेन पटेल को गुजरात के लिए चुना था। लेकिन पिछले साल अगस्त में शुरू हुए पाटीदार आंदोलन के दौरान मुख्यमंत्री हालातों को काबू में नहीं रख पाईं और बीजेपी के अपने सबसे मजबूत वोट बैंक के साथ रिश्ते खटास में पड़ गए। इस विफलता के लिए मुख्यमंत्री को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है।
पटेल आंदोलन की अगुवाई करने वाले 23 साल के हार्दिक पटेल देशद्रोह के आरोप में पिछले 200 दिनों से जेल की सज़ा काट रहे हैं। 2017 विधानसभा चुनाव में ज्यादा वक्त नहीं रह गया है और बीजेपी अपना राजनीतिक आधार मज़बूत करना चाहती है। वह नहीं चाहती कि बीस साल की सत्ता पर किसी तरह की विपरीत लहर का गलत प्रभाव पड़े। इन सबके बीच पीएम मोदी के करीबी ओम माथुर ने राज्य के राजनीतिक हालातों पर एक रिपोर्ट पेश की है।
इस रिपोर्ट के मुताबिक आनंदीबेन राज्य में हुए पटेल आंदोलन के दौरान परिस्थितियों को संभालने में नाकाम रहीं। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि राज्य की इकाई में अंदरूनी लड़ाईयों को जल्द से जल्द खत्म किया जाना चाहिए और राज्य सरकार और बीजेपी के बीच सामंजस्य को मज़बूत करने की जरूरत है।