गुजरात चुनाव: आप और शिवसेना के इस फैसले से बढ़ेंगी बीजेपी की मुश्किलें

नई दिल्ली। गुजरात विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी कुछ चुनिंदा सीटों पर ही अपने उम्मीदवार खड़े कर रही है लेकिन वह हर सीट पर बीजेपी के लिए मुश्किल ज़रूर पैदा करेगी।
आम आदमी पार्टी ने अब तय किया है कि जिन सीटों पर उसके उम्मीदवार नहीं खड़े होंगे वहां भी वह बीजेपी के खिलाफ प्रचार कर जनता को बीजेपी की हकीकत बताएगी।
आप की गुजरात इकाई के प्रभारी गोपाल राय ने शुक्रवार को कहा कि आम आदमी पार्टी का प्रचार अभियान 182 सीटों में से 11 सीटों पर ही चल रहा है लेकिन उनके कार्यकर्त्ता पूरे राज्य में बीजेपी के खिलाफ प्रचार करेंगे।
गोपाल राय ने कहा कि राज्य में प्रचार के मामले में कांग्रेस कहीं न कहीं बीजेपी से पिछड़ रही है। इसलिए आम आदमी पार्टी ने तय किया है कि बीजेपी के खिलाफ उसका अभियान सिर्फ 11 सीटों पर सीमित न रहकर पार्टी के कार्यकर्त्ता सभी 182 सीटों पर बीजेपी के खिलाफ प्रचार करेंगे।
वहीँ दूसरी तरफ शिवसेना ने भी गुजरात विधानसभा चुनाव में कम से कम 50 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने का एलान किया है। शिव सेना के राज्य सभा सांसद अनिल देसाई ने गुरुवार को कहा, “हम गुजरात चुनाव लड़ेंगे। हमने अध्ययन कराय है और हम 50 से 75 सीटों पर केंद्रित कर रहे हैं। इन सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा जल्द हो जाएगी।”
शिवसेना के इस फैसले से भले ही बीजेपी को बड़ा नुक्सान न हो लेकिन यदि शिवसेना के मैदान में आने से महाराष्ट्र से सटे इलाको में बीजेपी के कुछ फीसदी कटटर हिंदुत्व वाले वोटो में सेंधमारी अवश्य कर सकती है। वहीँ शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के प्रचार करने गुजरात आने पर बीजेपी की मुश्किलें थोड़ी और बढ़ सकती हैं।
बता दें कि शिवसेना महाराष्ट्र सरकार में बीजेपी की सहयोगी पार्टी है। वह केंद्र में एनडीए का भी हिस्सा है। ऐसे में बीजेपी के साझीदारों द्वारा उसी के खिलाफ प्रचार करने से बीजेपी को धक्का लग सकता है।