गुजरात के 450 दलितों ने अपनाया बौद्ध धर्म

अहमदाबाद। गुजरात के ऊना में दलितों के साथ हुई मारपीट के बाद पूरे गुजरात के दलितों ने मृत जानवरो को न उठाने का एलान कर मुश्किल पैदा कर दी है । अब गुजरात के अधिकांश दलितों ने मृत पशुओं को न उठाने का वचन देकर बौद्ध धर्म स्वीकार करने का निर्णय किया था। दशहरा के दिन अहमदाबाद, कलोल, सुरेन्द्रनगर और बनासकांठा के करीब 450 दलितों ने बौद्ध धर्म अपनाया।

गुजरात बुद्धिस्ट अकादमी सहित अन्य 8 संस्थाओं के नेतृत्व में अहमदाबाद के दाणीलीमड़ा स्थित आंबेडकर हॉल में 140 हिन्दुओं ने हिन्दू धर्म का त्याग कर बौद्ध धर्म स्वीकार किया।

बुद्धिस्ट अकादमी के अध्यक्ष रमेश बेंकर ने जानकारी देते हुए कहा कि दलितों ने जातिवाद, असमानता और अत्याचार के कारण बौद्ध धर्म अपनाया है। कलोल रेलवे स्टेशन के निकट भारतीय बौद्ध महासभा द्वारा 61 हिन्दुओं ने बौद्ध धर्म अपनाया है।

इसी तरह सुरेन्द्रनगर में अमर बुद्ध बौद्धि बुद्ध विहार नामक संस्था के तहत 11 दलितों ने अपने धर्म का त्याग किया है। बनासकांठा में 200 से अधिक दलितों ने बौद्ध धर्म अपनाया है। गौरतलब है कि उना कांड के बाद दलितों द्वारा बौद्ध धर्म अपनाने का सिलसिला जारी है। एक दिन में गुजरात के 450 दलितों के बौद्ध धर्म अपनाने से सनसनी मच गई है।

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TeamDigital