गुजरात के नाराज़ कारोबारियों को दिल्ली बुलाकार मनाएगी बीजेपी!
नई दिल्ली। गुजरात चुनाव के मौके पर कारोबारियों की नाराज़गी कहीं बीजेपी का पतन न बन जाए इस भय से भारतीय जनता पार्टी अब नए सिरे से कारोबारियों को मनाने के प्रयास शुरू करने जा रही है।
बीजेपी सूत्रों के अनुसार बीजेपी अपने खर्चे पर गुजरात के चुनिंदा कारोबारियों को दिल्ली बुलाएगी और जीएसटी को लेकर कारोबारियों में पैदा हुई नाराज़गी को दूर करने का प्रयास करेगी।
सूत्रों ने कहा कि बीजेपी ने औधोगिक और व्यापारिक संगठनों से जुड़े लोगों के अलावा कुछ चुनिंदा कारोबारियों के नाम तय किये हैं। इनको दिल्ली आने के लिए न्यौता भेजा जा रहा है।
सूत्रों ने कहा कि यह तय हो चूका है कि गुजरात के कारोबारियों से सूचना एवं प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी बातचीत करेंगी लेकिन सम्भावना है कि वित्त मंत्री अरुण जेटली, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह सहित कुछ अन्य मंत्री और बीजेपी नेता भी कारोबारियों के साथ बातचीत में शामिल हो सकते हैं।
सूत्रों ने कहा कांग्रेस के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए बीजेपी ने अपनी रणनीति बदल ली है। गुजरात के कारोबारियों से बातचीत के बाद बीजेपी कुछ पाटीदार नेताओं, दलित नेताओं और ओबीसी नेताओं को भी दिल्ली आने का न्यौता भेजने पर विचार कर रही है।
जब सूत्रों से पूछा गया कि कारोबारियों को दिल्ली क्यों बुलाया जा रहा है ? उनसे गुजरात में बात क्यों नहीं हो सकती ? इस पर सूत्रों ने कहा कि सम्भवतः ये इसलिए भी हो सकता है कि बीजेपी इसे गुप्त रखना चाहती है अथवा गुजरात के कारोबारी गुजरात में मोदी सरकार या बीजेपी के प्रतिनिधियों से बात करने में क़तरा रहे हैं।
सूत्रों ने कहा कि स्थानीय स्तर पर पाटीदारो के दबाव के चलते भी अधिकतर पटेल कारोबारी बीजेपी के लोगों से दूरी बनाये हुए हैं। सूत्रों ने कहा कि पटेल कारोबारी पाटीदारो की एकता को तोड़ने का आरोप अपने सिर नहीं लेना चाहेंगे।
वहीँ चुनावी नतीजे आने से पहले कारोबारी लोग राज्य में सत्तारूढ़ बीजेपी से भी अपने संबंध बिगाड़ने का खतरा नहीं मोल ले सकते। इसलिए बड़ी सम्भावना इसी बात की है कि कारोबारियों ने बीजेपी नेताओं से गुजरात में कोई बैठक करने से इंकार किया हो इसलिए बीजेपी अब उन्हें दिल्ली बुलाकर बात करने का प्लान बना रही है।