गुजरात की इस राज्य सभा सीट पर क्यों एड़ी चोटी का ज़ोर लगा रही बीजेपी ?
नई दिल्ली। कांग्रेस की माने तो बीजेपी उसके विधायकों को तोड़ने के लिए एड़ी चोटी एक कर रही है। 6 विधायकों को खोने के बाद कांग्रेस ने शेष रहे अपने विधायकों को बेंगलुरु भेज दिया। सारा खेल गुजरात की राज्य सभा सीट को लेकर हो रहा है।
बीजेपी और कांग्रेस के बीच राज्य सभा सीट को लेकर शुरू हुए इस शीत युद्ध के पीछे अहम वजह कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी के राजनीतिक सलाहकार अहमद पटेल की वह सीट है जिसके ज़रिये वे पांचवी वार राज्य सभा पहुंचना चाहते हैं।
तृणमूल कांग्रेस की माने तो पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कांग्रेस को सुझाव दिया था कि वह अहमद पटेल को राज्य सभा भेजने के लिए बंगाल से उम्मीदवार बनायें लेकिन कांग्रेस ने इसे यह कहते हुए अस्वीकार कर दिया कि ऐसा करने से गुजरात कांग्रेस के कार्यकर्ताओं में गलत सन्देश जायेगा।
गुजरात में जल्द ही विधानसभा चुनाव होने हैं, पाटीदार और दलितों की नाराज़गी के चलते गुजरात में बीजेपी की लोकप्रियता में कमी होने के सन्देश को रोकने के लिए बीजेपी अहमद पटेल को हराना चाहती है जिस से जनता में यह सन्देश जा सके कि बीजेपी में सब कुछ ठीक ठाक है।
वहीँ कांग्रेस हर हाल में अहमद पटेल को गुजरात से राज्य सभा भेजकर यह साबित करना चाहती है कि बीजेपी की तमाम कोशिश के बावजूद उसने अपना किला बचाये रखा है।
हाल ही वरिष्ठ नेता शकर सिंह वाघेला के पार्टी छोड़ने के बाद कांग्रेस गुजरात की जनता के बीच यह सन्देश देना चाहती है कि पार्टी को कमज़ोर करने के लिए वाघेला सहित कांग्रेस के 6 विधायकों को बीजेपी ने प्रलोभन देकर तोडा था।
गुजरात में होने जा रहे विधानसभा चुनाव दोनो की पार्टियों के लिए प्रतिष्ठा का प्रश्न है। जहाँ बीजेपी के सामने अपना गढ़ बचाने की चुनौती है वहीँ कांग्रेस के समक्ष बीजेपी की बादशाहत खत्म करना एक बड़ा लक्ष्य है।