गिरता रूपया: वरुण गांधी ने इशारो इशारो में चलाये अपनी ही सरकार पर तीर
नई दिल्ली। अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये की गिरती कीमत को लेकर अब बीजेपी के लोग ही इशारो इशारो में मोदी सरकार पर निशाना साध रहे हैं। बीजेपी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा द्वारा रुपये की गिरती कीमत को लेकर पीएम मोदी पर निशाना साधने के बाद अब बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने इशारो में हमला बोला है।
वरुण गांधी ने अपने लेख में रुपये की गिरती कीमत को लेकर मोदी सरकार को कट्घरे में खड़ा किया है। बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने अपने लेख में लिखा कि “एक समय भारतीय रुपये की ऐसी धाक थी कि दुनिया के कई देशों में चलती थी, लेकिन आज भारतीय करेंसी पिटती दिख रही है।”
उन्होंने लिखा है कि “एक ऐसा दौर भी था जब भारतीय रुपया बहुपक्षीय मुद्रा था। जावा, बोर्नियो, मकाऊ, मस्कट, बसरा, जंजीबार जैसे देशों में भारतीय रुपये का इस्तेमाल होता था। ओमान 1970 तक रुपये का इस्तेमाल करता था।”
वरुण गांधी ने अपने लेख में तेल की कीमतों का ज़िक्र करते हुए लिखा कि “इधर काफी समय से तेल के ऊंचे भाव और शेयर बॉन्डो से संस्थागत विदेशी निवेशकों के निकलने के चलते रुपये की कीमत गिर रही है। ऐसे उतार चढ़ाव आते रहते हैं, लेकिन रुपये की गिरती कीमत का मतलब है ज्यादा आयात का बोझ, जिससे मुद्रा संकट बढ़ता है।”
उन्होंने लिखा है कि “रुपये में काले धन का लेन-देन को खत्म करके भारतीय अर्थव्यवस्था के औपचारिक क्षेत्र को मजबूती देना जरूरी होता है। भारत को काले धन के खिलाफ चार बिंदुओं पर विचार करना होगा। टैक्स रेट को तर्कसंगत बनाना, कमजोर क्षेत्र सुधारना, कैशलेस अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देना और कर चोरी निवारण के उपाय करना।”
गौरतलब है कि वरुण गांधी कई बार पार्टी लाइन से अलग हटकर राय रख चुके हैं। उन्होंने रोहिंग्या शरणार्थियों के बारे में पार्टी से अलग हटकर राय रखी थी जिससे वे कई बीजेपी नेताओं के निशाने पर भी आ गए थे। इतना ही नहीं सांसदों की सैलरी में बढ़ोत्तरी को लेकर भी वरुण गांधी पार्टी लाइन से अलग राय दे चुके हैं।